देवाल (चमोली)। नंदादेवी राजजात मोटर मार्ग पूरे 50 किलोमीटर थराली-देवाल-लोहाजंग-वाण तक खास्ताहाल बना हुआ है। वाहन चालक तथा सवारियां जान जोखिम में डालकर इस मार्ग पर आवाजाही करने के लिए मजबूर है। हालांकि राज्य सरकार ने आगामी राजजात के लिए सड़क को हाटमिक्स की कार्ययोजना बनाने के निर्देश डीएम चमोली को दिए हैं।
विश्व प्रसिद्ध नंदा देवी राजजात यात्रा के दौरान थराली-देवाल-लोहाजंग-वाण मोटर मार्ग का डामरीकरण हुआ था। लेकिन रख रखाव के अभाव में डामर धीरे-धीरे उखड़ गया। वर्तमान में सड़क में गड्ढो से भरा पड़ा है। सड़क में वाहन चलाना खतरे से खाली नहीं है। क्षेत्र के पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य हीरा पहाड़ी, सुरेन्द्र सिंह बिष्ट, पूर्व डिप्टी रेंजर टीएस बिष्ट ने कहा कि मोटर सड़क का पूरा डामर उखड गया है। सड़क की नालियां स्कवर खराब हो गए हैं। रुपकुड, वेदनी, ब्रह्मताल भेकलताल आने वाले पर्यटक हिचकोले खा कर किसी तरह यहां पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद सड़क में डामरीकरण का आंगणन तैयार कर शासन को भेजा गया जो वर्ष 2018 में स्वीकृत भी हो चुका है, लेकिन अभी डामरीकरण का कार्य आरंभ नहीं हुआ जिससे लोगों में रोष व्याप्त है।
हालांकि उत्तराखंड शासन देहरादून ने बीते नौ फरवरी जिलाधिकारी चमोली को आगामी नंदा देवी राजजात यात्रा 2026 के तैयारी के लिए विस्तृत कार्य योजना का प्रस्ताव बना कर उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद देहरादून को भेजने के निर्देश दिए हैं। जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को कार्य योजना तैयार करने के निर्देश भी जारी कर दिए है।