पोखरी (चमोली)। चमोली जिले के पोखरी ब्लॉक में केदारनाथ वन प्रभाग की नागनाथ रैंज के रैंसू तोक के जंगल में दो दिनों से लगी आग के चलते लाखों की वन सम्पदा जलकर खाक हो गई है। दो दिनों से सुलग रहे जंगल की आग न बुझने से यहां पलेठा, ऐला, भदबट्टा के चीड़ के जंगल जलकर खाक हो गये हैं। जिससे पोखरी क्षेत्र के साथ ही आसपास की घाटियों में गहरा धुंवा छा गया है। जिससे यहां लोगों को अब सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी है।
पोखरी ब्लॉक रैंसू तोक में बीते 21 फरवरी अचानक चीड़ के जंगल में आग धधक उठी। लम्बे समय से बारिश न होने से सूखे चीड़ के जंगल में लगी आग ने तेजी से जंगल के बड़े हिस्से को अपनी आगोश में ले लिया। जिससे आग बेकाबू होने से जंगल का कई हेक्टर हिस्सा जलकर खाक हो गया है। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंची। लेकिन दो दिनों बाद भी आग पर काबू नहीं किया जा सका है। ऐसे में अब पोखरी क्षेत्र के साथ ही हापला घाटी और चोपता क्षेत्र भी धुंए से पट गया है। घाटी में पसरे धुंए से स्थानीय लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। स्थानीय लोगों ने वन विभाग के अधिकारियों से शीघ्र समस्या का समाधान करने की मांग की है। इधर, केदारनाथ वन प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारी विक्रम रावत ने बताया कि आग लगने के बाद से टीम की ओर से आग पर काबू करने के प्रयास किये जा रहे हैं। लेकिन जंगल में सूखी चीड़ की पत्तीयों और घास पर तेजी से फैल रही आग से वनकर्मियों को आग बुझाने में दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। वन विभाग के डिप्टी रेंजर देवेन्द्र रावत, वन दरोगा मोहन सिंह बत्र्वाल, बलवीर रावत, सम्पत रावत, कुंवर सिंह भंडारी, मातवर भंडारी, सत्येन्द्र नेगी और बिंदी लाल की ओर से आग पर काबू करने के प्रयास किये जा रहे हैं।
