गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत ने जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने अध्यक्ष पर पद का दुरुपयोग कर मनमानी करने और भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाये हैं। शनिवार को जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने मामले में प्रभारी जिलाधिकारी वरुण चैधरी के माध्यम से गढवाल आयुक्त का पत्र भेजकर 11 बिन्दुओं पर जांच कर कार्रवाई की मांग उठाई है। उन्होंने मांग पर कार्रवाई न किये जाने पर बाध्य होकर उपाध्यक्ष पद से त्याग पत्र देने की चेतावनी दी है।
शनिवार को गोपेश्वर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी की ओर से विवेकाधीन कोष को बदरीनाथ विधानसभा में मनमाने तरीके से खर्च किया जा रहा है। जिससे जिले की अन्य दो विधानसभा के लोगों को इस निधि का लाभ नहीं मिल पा रहा है। साथ ही उन्होंने नंदा देवी राजजात कार्यों में दोषी पाये जाने और मामले में पंचायती राज सचिव हरिचंद्र सेमवाल की ओर से जनवरी 2021 में मामले को लेकर मांगे गये स्पष्टीकरण पर कार्रवाई न होने को भाजपा और अध्यक्ष के मध्य साठगांठ बताया है। साथ ही उन्होंने अध्यक्ष पर अपने पति पूर्व काबिना मंत्री को लाभ पहुंचाने के लिये उनकी विधानसभा में गेटों का निर्माण करवाने, पूरे निर्मित गेटों का सुधारीकरण कर नये गेट के रुप में भुगतान करवाने, जिला पंचायत के कार्यों में पूर्व काबिना मंत्री की ओर हस्तक्षेप करने, निर्माण कार्यों का भुगतान न करने, नियोजन समिति की बैठकों की जानकारी उपाध्यक्ष को न दिये जाने, कोरोना के दौरान बाजार भाव से अधिक पर सामग्री क्रय करने का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष के पति और पूर्व काबिना मंत्री राजेंद्र भंडारी पर उन्हें धमकाने और घर बुलाकर हाथापाई करने के भी आरोप लगाये हैं। मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री सहित पंचायती राज मंत्री, चमोली के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज, पंचायती राज निदेशक और सविव के साथ ही गढवाल आयुक्त को पत्र भेजकर जांच कर कार्रवाई की मांग की है।