जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले के रैणी-तपोवन क्षेत्र में आई आपदा के चलते तपोवन-विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना की पूर्णता अवधि एक वर्ष बढ गई है। फरवरी माह में परियोजना क्षेत्र में आई आपदा से हुए नुकसान के चलते परियोजना का निर्माण वर्ष 2024 के जून माह में पूर्ण हो सकेगा। यह बात एनटीपीसी के महाप्रबंधक राजेंद्र प्रसाद अहिरवाल ने गुरूवार को आयोजित मीडिया संवाद के दौरान कही है।
जोशीमठ में महाप्रबंधक राजेंद्र प्रसाद अहिरवाल ने बताया की फरवरी माह में आई आपदा के चलते परियोजना की पूर्णता आवधि एक वर्ष बढ गई है। कहा कि आपदा से हुए नुकसान का 90 फीसदी सुधारीकरण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। बैराज साइड में भरे मलबे का जहां साफ कर लिया गया है। वहीं फरवरी माहत तक टनल में भरा मलबा भी साफ कर लिया जाएगा। वहीं उन्होंने जानकारी दी की आपदा के दौरान मारे गये 140 लोगों के परिजनों को कंपनी की ओर से 15 करोड़ मुआवजा धनराशि का भुगतान कर दिया गया है। जबकि मृत्यु प्रमाण पत्र मिलने के बाद 99 लोगों को कंपनी की ओर से 20 लाख, राज्य सरकार की ओर से 4 लाख व केंद्र सरकार की ओर से 2 लाख की धनराशि का भुगतान कर लिया गया है। जबकि शेष लोगों के भुगतान दो माह में पूर्ण करने की प्रक्रिया गतिमान है।