नारायणबगड़ (चमोली)। उत्तरांचल यूथ एंड रूरल डेवलपमेंट सेंटर और नाबार्ड के संयुक्त तत्वावधान में गुरूवार को शून्य लागत प्राकृतिक खेती परियोजना के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयेजन किया गया। इस दौरान विषय विशेषज्ञों ने काश्तकारों को प्राकृतिक खेती से बेहतर आय प्राप्त करने के गुरु सिखाये।
नारायणबगड़ में आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए डीडीएम नाबार्ड अभिनव कापरी ने कहा कि प्राकृतिक खेती काश्ताकारों को शुद्ध लाभ देने वाली प्रक्रिया है। जिसके चलते नाबार्ड की ओर से इस विधि को काश्तकारों को सिखाकर काश्तकारी को लाभ का उद्यम बनाते हुए कश्ताकरों की आर्थिकी मजबूत करने का कार्य किया जा रहा है। उत्तरांचल यूथ एंड रुरल डेवलपमेंट सेंटर के सचिव डा. हरपाल सिंह नेगी व टाटा स्ट्राइव की अनीता नेगी ने काश्तकारों को प्राकृतिक खेती के महत्व और लाभ के विषय में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान नाबार्ड की ओर से स्वच्छता अभियान के तहत ग्रामीणों को झाडू और साबुन भी वितरित किए गए। इस मौके पर ग्राम प्रधान केवर दीपा देवी, सत्येन्द्र सिंह, देवेन्द्र पाल परिहार, जगदीश कोहली, पारसिंह नेगी, सुरेन्द्र सिंह, मोहन सिंह और सिद्धार्थ नेगी आदि मौजूद थे।