गोपेश्वर (चमोली)। जिला चिकित्सालय गोपेश्वर के लिये प्रस्तावित सिटी स्कैन मशीन सात माह बाद भी नहीं लग सकी है। ऐसे में कोरोना के बढते मामलों को देख लोगों की चिंता गहराने लगी है। स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग से शीघ्र सिटी स्कैन मशीन लगवाने की मांग की है।
बता दें जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिये राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएच) की अनुबंधित कंपनी ईएचआई की ओर से जिला चिकित्सालय में सिटी स्कैन मशीन लगाने के साथ ही माड्यूलर ओटी, माड्यूलर लेबर रुम और माड्यूलर आईसीयू बनाने और वार्डों के सुधार किया जाना प्रस्तावित है। जिसके लिये जिला चिकित्सालय की ओर से प्रस्ताव मई माह में भेजा गया। लेकिन वर्तमान तक वर्ल्ड बैंक की ओर से प्रस्ताव को स्वीकृति न मिलने से यहां सिटी स्कैन मशीन के लगने का कार्य भी शुरु नहीं हो सका है। ऐसे में कोरोना के बढते मामलों के बीच लोगों की चिंता बढ रही है। स्थानीय निवासी भूपेंद्र सिंह, शिव कुमार और नरेंद्र कुमार का कहना है कि चमोली जिले में सिटी स्कैन मशीन के न होने से यहां लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करन पड़ रहा है। सिटी स्कैन की आवश्यकता होने पर जनपदवासियों को श्रीनगर या देहरादून की दौड़ लगानी पड़ रही है। उन्होंने मामाले में कोरोना के बढते मामलों की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग से शीघ्र सिटी स्कैन मशीन लगवाने की मांग की है।
जिला चिकित्सालय गोपेश्व को सुविधा सम्पन्न करने के लिये एनएबीएच की ओर से सिटी स्कैन मशीन लगाने की सिफारिश की गई थी। जिसे तहत ईएचआई कंपनी की ओर से मशीन का संयोजन किया जाना है। लेकिन कंपनी की ओर वर्ल्ड बैंक से स्वीकृति न मिलने के चलते मशीन लगाने में देरी की बात कही जा रही है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि वर्ल्ड बैंक से स्वीकृति मिलते ही जिला चिकित्सालय में सिटी मशीन संयोजन के साथ ही अन्य कार्य भी करवाये जाएंगे।
डा. जीएस राणा, प्रमुख चिकित्साधिक्षक, जिला चिकित्सालय, चमोली।