कर्णप्रयाग (चमोली)। चमोली जिले के आदिबद्री तहसील के भवन के लिए परमोलीसैण में ग्रामीणों ने 2017 में 45 नाली भूमि निशुल्क दी है। जिसका अधिग्रहण भी कर लिया गया है लेकिन पांच साल बाद भी अभी तक तहसील भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है। नौना गांव के ग्रामीणों ने डीएम को ज्ञापन भेजकर परमोलीसैण में तहसील भवन बनाने की मांग उठाई है।
ग्रामीण जगदीश नौनी, भगवती खंडूड़ी, लीला मलगुड़ी, अनीता खंडूड़ी, अंजू नौनी, राजेश्वरी देवी, गुड्डी नौनी, आराधना नौनी व उमा देवी ने कहा कि नौना, पयां, आली, मज्याड़ी, दरमोली, कांसुवा, तलौंजा, मलगूड़, खेतगदेरा, डांडा, मज्याड़ी, कंड, बूंगा, बरखुली, पंडाव, मिरोली, हरगांव, बड़ेथ, गिंवाड़, पिंडवाली, किरसाल, माथर, देवलकोट, रिठोला, खाली, चांदपुरगढ़ी, थालधार, कुमखोड़ी, मैतोली सहित 150 से अधिक गांवों की सुविधा के लिए आदिबदरी तहसील की घोषणा हुई। जब आदिबदरी में भवन बनाने को जमीन नहीं मिली तो नौना गांव के ग्रामीणों ने परमोलीसैंण में करीब 45 नाली भूमि तहसील भवन निर्माण के लिए निशुल्क दी। प्रशासन ने 22 जुलाई 2017 को परमोलीसैंण में भूमि का अधिग्रहण कर दिया, लेकिन अभी तक वहां तहसील निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो सका। ग्रामीणों को अपने तहसील संबन्धी कार्यों के लिए गैरसैंण जाना पड़ता है, जिससे उनके पैसों और समय की बरबादी होती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में आदिबदरी तहसील पटवारी चैकी के एक कमरे में संचालित हो रही है। उन्होंने जल्द परमोलीसैंण में तहसील भवन बनाने की मांग की है।