गोपेश्वर (चमोली)। सोमवार को विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर नमामी गंगे के तहत मध्य हिमालई क्षेत्र में एचसीएल फाउंडेशन और इंटेक फाउंडेशन के सौजन्य चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर के निकट सेंटूणा गांव में तैयार किये जा रहे रूद्राक्ष वन में भोटिया जनजाति की महिलाओं ने पारंपरिक परिधान में रूद्राक्ष के पौध रोपित किये गये।
सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केदारनाथ वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी इंद्र सिंह नेगी सिरोखोमा की मातृ शक्ति व अन्य स्वयं सेवी संस्थाओं ने रूद्राक्ष के पौध रोपे। इस मौके पर प्रभागीय वनाधिकारी ने कहा कि इस प्रकार के सामूहिक सहयोग से मातृ शक्ति अथक प्रयास से ही प्रकृति को बचाया जा सकता है। पेड़ वाले गुरुजी धनसिंह घरिया ने कहा कि इन प्रकृति रुपी गतिविधियां से ही हम धरती मां की सेवा के लिए संकल्पित होकर ही प्रकृति संवार सकते हैं। उन्होंने बताया कि मध्य हिमालई क्षेत्र में अभी तक दस हजार पौधें रोपे जा चूके है। उन्होंने कहा कि प्रकृति के प्रति अत्यधिक संवेदनशीलता से ही जंगलों में जीव जंतुओं को भी बचाया जा सकता है। इस अवसर पर इंटेक प्रतिनिधि आदित्य गोपाल, देवेंद्र सिंह, ग्रामीण पान सिंह, सूरवीर सिंह, अजय, महिला मंगल दल से ममता देवी, मंजू देवी, मुक्की देवी, तारा देवी, प्रधान जीत सिंह, सुरेंद्र सिंह, चरण पादूका गोथल समिति की सचिव मीना तिवारी, दीपा देवी, सुधीर तिवारी, चंडी तिवारी आदि मौजूद थे।