जोशीमठ (चमोली)। विष्णु प्रयाग में नौ माह के बाद गंगा आरती समिति की ओर से विधिवत् गंगा आरती का आयोजन शुरु कर दिया गया है। यहां शुक्रवार को स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी 1008 अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने यहां गंगा आरती में प्रतिभाग कर आरती कार्यक्रम का आयोजन शुरु किया।
बता दें कि मार्च माह में कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन के चलते गंगा आरती समिति की ओर से विष्णुप्रयाग में आयोजित होने वाली गंगा आरती की परंपरा का निर्वहन पुजारी सूरज सकलानी की ओर से किया जा रहा था। ऐसे में अब सर्वाजनिक कार्यक्रमों के अयोजन की अनुमति मिलने के बाद समिति की ओर से शुक्रवार को नौ माह बाद विष्णुप्रयाग में विधिवत् गंगा आरती का आयोजन किया गया। इस दौरान स्वामी 1008 अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि गंगा का जहां हिन्दू धार्मिक पुराणों में बड़ा महातम्य बताया गया है। वहीं भौतिक रुप से भी गंगा भारत की जीवन रेखा है। ऐसे में गंगा की अविरलता और शुद्धता को अक्षुण रखना प्रत्येक देशवासी की जिम्मेदारी है।
उन्होंने गंगा आरती समितियों की ओर से गंगा के संरक्षण के लिये किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। वहीं गंगा आरती समिति के अध्यक्ष नितिन सेमवाल ने कहा कि कोरोना के चलते गंगा आरती के साथ ही अन्य आयोजन नहीं किये जा रहे थे। अब अनलॉकडाउन के तहत मिली अनुमति के बाद निर्धारित नियमों के साथ विष्णुप्रयाग में पूर्व की भांति गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पंवार, हरीश परमार, कुशलानन्द बहुगुणा, जानकी प्रसाद बहुगुणा, अनीता देवी, शांती देवी आदि मौजूद थे।