गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के दशोली ब्लाॅक के फरस्वाण फाट के ग्रामीणों ने उत्तराखंड सरकार से क्षेत्र में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोले जाने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो उन्हें आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा। राज्य बनने पर एक के बाद सरकारें आयीं फरस्वाण फाट क्षेत्र के 13 ग्राम पंचायतों की करीब आठ हजार की आबादी को स्वास्थ्य सुविधा हाशिये पर हैं। क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक की सुविधा नहीं है। हालत यह है कि ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए करीब 35 किलोमीटर की दूरी तय कर जिला चिकित्सालय में आना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीण कई बार क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस ओर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की गई है ।
चमोली बाजार से फरस्वाण फाट क्षेत्र के लिए सड़क सुविधा है। क्षेत्र के ग्राम पंचायत रांगतोली, हरमनी, लासी-लस्यारी, मजोठी, सेम-डुंगरा, पोल, चल्थर, सरतोली, भतंग्याला, धारकोट, मेड़-ठेली और पलेठी में स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर एक मेडिकल स्टोर तक नहीं है, जिससे लोगों को सिरदर्द की गोली लेने के लिए भी लगभग 35 किलोमीटर दूर जिला चिकित्सालय गोपेश्वर जाना पड़ता है। बीमार और बुजुर्ग मरीजों को जिला अस्पताल तक लाने में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। किसी भी दुर्घटना होने पर मरीजों को क्षेत्र में ही प्राथमिक उपचार भी नहीं मिल पाता है। क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा दिए जाने को लेकर एक सप्ताह तक आमरण अनशन करने वाले उक्रांद नेता दिगंबर सिंह फरस्वाण का कहना है कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। क्षेत्र में 50 बेड के सरकारी अस्पताल की नितांत आवश्यकता है। जिससे ग्रामीणों को क्षेत्र में ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल जाएगी। यदि इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो फिर से जनांदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
क्या कहते हैं सीएमओ–
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एसपी कुडियाल कहते हैं। फरस्वाण फाट क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधा के लिए चमोली बाजार में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित है। ग्रामीणों की मांग पर वहां का स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा। क्षेत्र में अस्पताल की मांग के संबंध में प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।