गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले में वर्ष 2013-14 से शून्य-18 साल के जरूरत मंद बच्चों के लिए भारत सरकार की महिला एवं वाल विकास मंत्रालय के सहयोग से हिमाद संस्था की ओर से चाइल्ड हेल्प लाइन का संचालन किया जा रहा है। जो चमोली जिले के जरूरत मंद बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है। संस्था की ओर से गत वर्ष अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक चाइल्ड हेल्प लाइन पर 263 काॅल प्राप्त हुई तथा विभिन्न श्रेणी के 320 सुरक्षा और सहायता चाहने वाले मामले दर्ज हुए।

भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सहयोग से हिमाद समिति के माध्यम से चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसमें मुसीबत में फंसे बच्चे जिनमें गरीब, अनाथ, लापता, दिव्यांग, शोषण एवं हिंसा, देह व्यापार, बाल मजदूर, बाल विवाह, बाल यौन शोषण, भीख मांगने वाले, मादक द्रव्य के सेवन करने वाले, अनाथ, अक्षमता, विधि का उल्लंघन करने वाले, बीमार, एकल माता-पिता वाले बच्चों की मदद के लिए इस सेवा के माध्यम से ही निरंतर कई जरूरतमंद बच्चों को सहायता प्राप्त हो चुकी है। सीमांत जनपद चमोली में चाइल्ड हेल्पलाइन सेवा 1098 के माध्यम से जहां एक और कॉविड के दौरान अनाथ हुए बच्चों का चिह्निकरण तीव्रता से हुआ, वहीं कई बच्चों ने  बेझिझक होकर 1098 पर कॉल कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया तथा उनके निदान के लिए समाधान भी प्राप्त किया। हालांकि चाइल्ड लाइन की ओर से विभिन्न विभागों से समन्वय स्थापित कर परामर्श के माध्यम से बालकों को सहायता प्रदान की जा रही है। जनपद चमोली में माह अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक चाइल्ड लाइन सेवा पर 263 कॉल प्राप्त हुई। जबकि जनपद में विभिन्न श्रेणी के 320 सुरक्षा एवं सहायता चाहने वाले मामले दर्ज हुए।

 

चाइल्ड हेल्प लाइन से इनको की गई सहयता

मेडिकल सहायता-19

आश्रय-02

बाल विवाह-01

बाल मजदूर-18

यौन शोषण- 01

छेड़खानी और मारपीट-06

गुमशुदा-06

भीख मांगने वाले बालक-14

मादक द्रव्यों का सेवन करने वाले-06

स्पॉन्सरशिप-244

भावनात्मक सहयोग-03

 

 

ऐसे की जाती है सहायता

अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर सुरक्षा चाहने वाले बच्चों को चिन्हित करना। गुमशुदा बाल श्रम, भीख मांगने वाले, नशे के आदी, बालकों को चिन्हित संबंधित विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर परामर्श के माध्यम से परिजनों को अवगत कराना, विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं से जुड़ाव करना, शोषण एवं उत्पीड़न बच्चों को कानूनी मदद दिलाना, फोन से प्राप्त समस्याओं के समाधान के लिए निरंतर फॉलअप करना।

 

 

यह होती है गतिविधि-

ओपन हाउस, आउटरीच, कॉल टेस्टिंग, इंफॉर्मेशन कॉल, कॉल एवं फॉलोअप,  केसो का नियमित फॉलो, जनपद में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से 1423 कॉल टेस्टिंग हुई, बच्चों के साथ मिलकर उनके सुरक्षा के मुद्दों को चिन्हित करना, पंचायत के साथ मिलकर ग्राम पंचायत स्तर पर बाल सुरक्षा समिति का गठन सुनिश्चित करवाना, जागरूकता के माध्यम से समुदाय को 1098 की जानकारी देना, विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित करना।

 

बच्चों को सुरक्षा एवं संरक्षण प्रदान करना हमारा नैतिक दायित्व है। चाइल्डलाइन सेवा के माध्यम से असहाय एवं बेसहारा बच्चों को मदद का प्रयास निरंतर किया जा रहा है, साथ ही जिला प्रशासन एवं विभागों का सहयोग प्राप्त हो रहा जिसमें हम जनपद में बच्चों को सुरक्षा देने का कार्य कर पा रहे हैं।

उमाशंकर बिष्ट, निदेशक हिमाद समिति, चाइल्ड लाइन सेवा गोपेश्वर चमोली

 

बच्चों की सुरक्षा के लिए चाइल्ड लाइन सेवा 24 घंटे तैयार रहती है। हम टीम सदस्यों के माध्यम से कॉल प्राप्त होने पर 24 घंटे के अंदर टीम सदस्यों के माध्यम से केस का फॉलोअप करते हैं। हमारी कोशिश रहती है, जल्द से जल्द बच्चों को संबंधित विभागों का सहयोग लेकर सरक्षण प्राप्त हो।

प्रभा रावत, समन्वयक चाइल्डलाइन सेवा हिमाद समिति गोपेश्वर चमोली

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