गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड के हेलंग में घास लेकर लौट रही महिलाओं के साथ केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और पुलिस की ओर से की गई अभ्रदता के साथ ही डेढ साल की बच्ची को भी पुलिस हिरासत में रखे जाने पर भाकपा माले के गढ़वाल सचिव इंद्रेश मैखुरी ने एक शिकायती पत्र भेज कर जांच की मांग उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष से की है।
भाकपा माले के गढ़वाल सचिव का कहना है कि 15 जुलाई को चमोली जिले के जोशीमठ ब्लॉक के हेलंग में घास काट कर लौट रही महिलाओं से घास छीनने और उन्हें गिरफ्तार करने की घटना पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय है। इस प्रकरण में जिस बात पर सबसे कम ध्यान दिया जा रहा है, वो यह है कि न केवल महिलाओं को पुलिस की ओर से हिरासत में लिया गया बल्कि एक डेढ़-दो साल की बच्ची को भी पुलिस कस्टडी में लिया गया। उन्होंने कहा कि यह भी जानकारी मिली है कि उस डेढ़-दो साल के बच्चे को भी एक घंटे से अधिक पुलिस के वाहन में बिना पानी-दूध आदि के बैठाये रखा गया। उन्होंने कहा कि यह समझ से परे है कि किसी अबोध बच्चे को इस तरह एक घंटे तक पुलिस की गाड़ी में क्यूं और कैसे बैठाये रखा जा सकता है ? वह अबोध बच्चा किस अपराध का दोषी था, पुलिस की नजर में। उन्होंने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए मांग की है कि तत्काल इस प्रकरण की जांच करवा कर दोषियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई की जाए।