गत दिनों गैरसैंण पहुंचे हरीश रावत से चुनाव लड़ने की बात उठी
हरीश रावत के साथ थी कई दावेदारों ने की परेड
कर्णप्रयाग (चमोली)। विधानसभा की नहीं प्रदेश में अपना बड़ा कद बना चुके विधानसभा के उपाध्यक्ष डा. अनुसूया प्रसाद मैखुरी के निधन को चालीस दिन बीत चुके हैं। विधानसभा चुनावों में करीब एक साल का समय होने के चलते अब चुनावी सरगर्मियां धीरे-धीरे तेज होने लग गई है। ऐसे में जनता के साथ राजनीतिक आकाओं के सामने दावेदारों की कदमताल शुरू हो गई है। लेकिन कर्णप्रयाग में कांग्रेस के लिए डा. मैखुरी का विकल्प खोजना किसी चुनौती से कम नहीं है। यह कार्यकर्ताओं को भी लग रहा है। तीन दिन पहले गैरसैंण पहुंच हरीश रावत से तो एक महिला कार्यकर्ता ने कर्णप्रयाग से चुनाव लड़ने की मंच से मांग कर डाली।
वर्ष 2012 में करीब दो दशक बाद कांग्रेस ने डा. मैखुरी के दम पर कर्णप्रयाग विधानसभा में जीत का स्वाद चखा। यहां सबसे अधिक कमजोरी कांग्रेस का कैडर वोट रहा है। लेकिन डा. मैखुरी की पकड़ हर तबके पर होने के चलते इस बार भी कांग्रेस अपने आपको भाजपा से बीस मानकर चल रही थी। डा. मैखुरी के निधन पर सोशल मीडिया से लेकर गांव-गांव तक लोगों ने जिस प्रकार शोक जताया उससे कांग्रेस में डा. मैखुरी के विरोधियों को भी इसका भान हो गया कि डा. मैखुरी के स्थान को भरपाना किसी चुनौती से कम नहीं। गैरसैंण में महिला कांग्रेस की अध्यक्ष कृष्णा नेगी ने मंच से पूर्व सीएम रावत को ही कर्णप्रयाग से चुनाव लड़ने की मांग कर दी। हालांकि हरीश रावत ने इस बात पर कार्यकर्ताओं का आभार जताकर चुप्पी साध ली। वहीं इस दौरान एक बार विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके पृथ्वीपाल सिंह, दो बार के नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश नेगी, पीसीसी अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नजदीकी हरिकृष्ण भट्ट, पूर्व राज्यमंत्री सुरेश कुमार बिष्ट और सुरेंद्र सिंह सहित कई अन्य दावेदारों ने इस दौरान रावत के दौरे में कदमताल की।