गैरसैण (चमोली)। जहां एक ओर पूरा देश गणतंत्र दिवस मना रहा था वहीं चमोली जिले के गैरसैण विकास खंड के सेरा ग्राम सभा के महिला, पुरूष, बुजुर्ग, युवाओं और बच्चों ने गणतंत्र दिवस पर गांव तक सड़क पहुंचाने के लिए हाथों में कुदाल, गेंती लेकर सड़क खुदाई का काम शुरू कर दिया है। ग्रामीण पिछले 11 साल से ग्रामीण मालकोट-कालीमाटी-सेरा-तेवाखर्क मोटर मार्ग के निर्माण की मांग करते आ रहे है लेकिन वर्तमान तक इस पर कार्रवाई न होने पर ग्रामीणों ने स्वयं ही सड़क निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
सेरा की ग्राम प्रधान हेमा बिष्ट, मालकोट की प्रधान प्रियंका देवी, कालीमाटी की प्रधान अनिता देवी, क्षेपंस रजनी देवी का कहना है कि पिछले 11 साल से ग्रामीण मालकोट-कालीमाटी-सेरा-तेवाखर्क मोटर मार्ग निर्माण की मांग करते आ रहे है। चार साल पूर्व इसका सर्वे हुआ और मोटर मार्ग के पेड भी काटे गये लेकिन उसके बाद आगे कोई कार्य शुरू नहीं हुआ। ग्रामीणों को गांव तक पहुंचने के लिए दस किलोमीटर की पैदल दूरी तय करनी पड़ती है। वहीं स्कूली बच्चों को भी यही दूरी स्कूल पहुंचने के लिए नापनी पड़ती है। पूरा रास्ता जंगल का है और हर समय जंगली जानवरों का भय बना रहता है। ऐसे में ग्रामीण अपने बच्चों के भविष्य को लेकर भी चिंता बनी हुई है। उन्होंने बताया कि दो जनवरी को ग्रामीणों ने फिर से उत्तराखंड के सीएम को ज्ञापन भेजकर 25 जनवरी तक सड़क निर्माण कार्य शुरू करवाने की मांग की थी। और कहा गया था कि यदि ऐसा नहीं होता है तो 26 जनवरी से ग्रामीण स्वयं ही सड़क निर्माण कार्य शुरू कर देंगे। और अब ग्रामीणों ने स्वयं के बुते पर सड़क निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है।