पांडुकेश्वर (चमोली)। बदरीनाथ के बामणी गांव के ग्रामीण इन दिनों धाम में भालू की ओर से उनके बंद घरों को नुकसान पहुंचाने से परेशान हैं। ग्रामीणों का कहना है कि भालू इन दिनों गांव के खाली होने के चलते आवासीय भवनों को नुकसान पहुचा रहा हैं। ऐसे में ग्रामीणों ने नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन से भालू की ओर से किये जा रहे नुकसान की क्षतिपूर्ति करते हुए भालू को खदेड़ने की मांग उठाई है। ग्रामीणों ने सोमवार को पार्क के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा।

बता दें कि शीतकाल के लिये बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद बामणी गांव के ग्रामीण पांडुकेश्वर में निवास करते हैं। इस दौरान यहां शीतकाल में गांव पूरी तरह से खाली रहा है। ऐसे में इस वर्ष कम बर्फवारी के चलते यहां भालू सुनसान गांव में आवासीय भवनों को नुकसान पहुंचा रहा है। ग्राम प्रधान पांडुकेस्वर बबीता पवांर ने बताया भालू ने यहां ग्रामीणों के आवासीय भवनों के दरवाजे, खिड़की और कच्चे मकानों की छतों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। वहीं घरों में रखे सामान को भी खासा नुकसान पहुंचाया है। ऐसे में यात्रा काल शुरु होने पर यहां निवास करना ग्रामीणों के लिये चुनौती पूर्ण बना हुआ है। जिसे लेकर नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन के अधिकारियों से नियमानुसार कार्रवाई कर क्षतिपूर्ति किये जाने और भालू को जंगल में खदेड़ने की मांग उठाई गई है। उन्होंने शीघ्र समस्या का निराकरण न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। इस मौके पर बदरीनाथ वन पंचायत सरपंच संगीता मेहता, सरला भंडारी, उषा भंडारी, मनोरमा भंडारी, जयश्री पवांर, राघव पवांर और दिगम्बर पवांर आदि मौजूद थे।

 

बदरीनाथ धाम में कम बर्फ़बारी होने के से भालू रिहायसी इलाके में भोजन की तलाश में आवासीय भवनों में घुस रहा है। ग्रामीणों की सूचना पर धाम में नियमित गश्त के लिये टीम बना दी गई है। वहीं ग्रामीणों को हुए नुकसान का शीघ्र आंकलन कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

बृजमोहन भारती, वनक्षेत्राधिकारी, नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क, गोविंदघाट।

 

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