गोपेश्वर (चमोली)। उत्तराखंड किसान सभा ने शनिवार को दिल्ली बोर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में किसान बिल को वापस लिये जाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। साथ ही केंद्र व प्रदेश सरकार के विरोध में नारे बाजी की गई।
उत्तराखंड किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष भूपाल सिंह रावत ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। यह सरकार किसानों का अपने खेतों से बेदखल करने की साजिश रचते हुए कुछ पूजीपतियों के हाथों किसानों को बंधुवा मजदूर बनाने पर तुली है। उनका कहना था कि जब किसान देश की संसद में पारित तीनों किसान बिलों से सहमत नहीं है तो सरकार जबरदस्ती क्यों इन किसानों बिलों को किसानों के उपर थोपने में आमादा है। सरकार को चाहिए कि अबिलंब किसानों की मांगों को मानते हुए तीनों किसान बिलों को वापस ले और किसान आंदोलन को समाप्त करवाये। उन्होंने कहा कि उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन भी भारत के राष्ट्रपति को भेजा है जिसमें मांग की गई है कि तीनों किसान बिलों को वापस लिया जाए, एमएसपी पर कानून बनाया जाए, उत्तराखंड की व्यापारिक फसलों पर भी एमएसपी लागू करते हुए मंडी व्यवस्था बनायी जाए व कृषि मंडी व्यवस्था को मजबूत किया जाए। धरना देने वालों में भूपाल सिंह रावत, ज्ञानेंद्र खंतवाल, बस्ती लाल, गैणु लाल, गीता बिष्ट, पुष्पा किमोठी, बद्री प्रसाद, पुरूषोतम सती आदि शामिल थे।