तपोवन (चमोली)। उत्तराखंड की राज्यपाल राज्यपाल बेबी रानी मौर्य व विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने गुरूवार को जनपद चमोली के आपदाग्रस्त तपोवन क्षेत्र का भ्रमण कर राहत एवं बचाव कार्यों का निरीक्षण किया।
राज्यपाल ने रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे अधिकारियों एवं कार्मिकों से बात करके राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ली। राज्यपाल ने उपस्थित अधिकारियों एवं कार्मिकों को निर्देश दिये कि रेस्क्यू ऑपरेशन तीव्रता से निरन्तर चलते रहना चाहिये। प्रभावितों को शीघ्र से शीघ्र आवश्यक सहायता पहुंचायी जा रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे कार्मिकों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाना चाहिये। राज्यपाल आपदा में लापता लोगों के परिजनों से मिली तथा उनको सांत्वना देते हुये हर संभव सहायता पहुंचाने का आश्वासन दिया। उन्होंने प्रभावित गांवों में रेडक्रास के माध्यम से भी सहायता देने के निर्देश दिये गये हैं।
मीडिया से अनौपचारिक बातचीत के दौरान राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि हमें राहत एवं बचाव कार्य में लगे कार्मिकों की भी चिंता करनी होगी। उन्होंने कहा कि पुलिस, प्रशासन, सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं आईटीबीपी के सभी अधिकारी एवं कार्मिक गंभीरता एवं प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं। आशा है कि जल्द से जल्द प्रभावित टनल खुले तथा लोगों को मदद पहुंचायी जा सके। राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री से भी आपदा राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में गहन चर्चा हो चुकी है। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने भगवान से भी प्रार्थना की है कि टनल में फंसे लोग सुरक्षित बाहर निकल जाएं। विधायक महेंद्र प्रसाद भट्ट, गढ़वाल कमिशर रविनाथ रमन, जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया, डीआईजी नीरू गर्ग, पुलिस अधीक्षक यसवंत सिंह चैहान आदि मौजूद थे।
विधान सभा अध्यक्ष ने भी लिया आपदा प्रभावित क्षेत्र का जायजा
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल आपदाग्रस्त क्षेत्र में पहुंच कर आपदा प्रभावित लोगों से मिले। उन्होंने आपदा प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने आपदा में मृतक हुए लोगों के परिवारों से मिलकर उन्हें सांत्वना व्यक्त करते हुए ढाँढस बंधाई। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आइटीबीपी, स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन में युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि टनल में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है जिसमें लगातार 24 घंटे रेस्क्यू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द इसके सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।