गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के दशोली विकास खंड की ग्राम पंचायत मासौं के लिए लघु सिंचाई विभाग की ओर से काश्तकारों को सिंचाई के लिए करोड़ों की लागत का नया नलकूप बनाया गया है। पूर्व में भी इसी ग्राम पंचायत के लिए नलकूप बना है वह भी चालू हाल में है। लेकिन दो-दो नलकूप योजनाओं के बाद भी ग्राम पंचायत मासौं के तोक गांव डिडोली जो कि अनुसूचित जनजाति बाहुल्य गांव है, को इन योजनाओं से कोई लाभ नहीं मिल रहा है जिसको लेकर बुधवार को ग्रामीणों ने एक ज्ञापन जिलाधिकारी चमोली को सौंप कर योजना का लाभ दिलाने की मांग की है।
ग्रामीण गजेंद्र सिंह राणा, कुंदन सिंह राणा, अवतार सिंह राणा आदि का कहना है कि ग्राम पंचायत मासौं के लिए लघु सिंचाई विभाग की ओर से नलकूप की दो-दो योजनाऐं संचालित हो रही है लेकिन मासौं ग्राम पंचायत के तोक गांव डिडोली जहां पर की अनुसूचित जाति के 40 से 45 परिवार निवास करते है तथा उनकी तीन सौ से अधिक नाली भूमि सिंचाई की है जहां पर कृषि का कार्य किया जाता है। इन परिवारों को इन दोनों ही योजनाओं से वंचित रखा गया है। पूर्व में भी सिंचाई विभाग के सामने ग्रामीणों ने अपनी बात रखी थी लेकिन विभाग की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई और गांव को सिंचाई की सुविधा नहीं मिल पायी। ग्रामीणों का आक्रोश है कि एक ओर सरकार किसानों की आय दोगुना करने का दावा कर रही है वहीं दूसरी ओर काश्तकारों को सिंचाई की सुविधा से वंचित रखा जा रहा है। सिंचाई की सुविधा न मिलने के कारण काश्तकार अपनी भूमि पर उत्पादन नहीं कर पा रहे है। उन्होंने जिलाधिकारी से उनकी समस्या का संज्ञान लेते हुए उचित कार्रवाई किये जाने की मांग की है। जिलाधिकारी को ज्ञापन देने वालों में गजेंद्र सिंह राणा, कुन्दन सिंह राणा, अवतार सिंह राणा, इंद्र सिंह राणा, हीरेन्द्र सिंह रावत, श्याम सिंह राणा, प्रकाश सिंह राणा आदि मौजूद थे।