गोपेश्वर (चमोली)। जहां एक ओर से राज्य सरकार ने राजस्व बढ़ाने केके लिए प्रदेश में अंग्रेजी शराब के दामों घटौत्तरी की है, वहीं अंग्रेजी शराब की दुकानों का अधिभार और विक्री का लक्ष्य बढाये जाने से चमोली की आठ शराब की दुकानों का आवंटन नहीं हो सका है। ऐेसे में आबकारी विभाग इन दिनों जिले की आठ दुकानों का संचालन दैनिक आधार पर संचालित कर रहा है।
चमोली जिले में शराब की 14 दुकानों का संचालन किया जाता है। नियमानुसार दुकानों प्रत्येक वित्तीय वर्ष के लिये अप्रैल माह में आवंटन अथवा नवीनीकरण किया जाता है। लेकिन इस वर्ष चमोली जिले की कर्णप्रयाग, घाट, देवाल, थराली, नारायणबगड़, गैरसैंण, जोशीमठ और मेहलचैरी की अंग्रेजी शराब की दुकानों के लिये किसी शराब व्यवसायी की ओर से आवेदन नहीं किया गया है। जबकि जिले में कर्णप्रयाग की अंग्रेजी शराब की दुकान से सरकार को सर्वाधिक राजस्व की प्राप्ति होती है। ऐसे में जिले में नये वित्तीय वर्ष के सप्ताह पूर्ण होने के बाद भी गोपेश्वर, चमोली, नंदप्रयाग, गौचर, पोखरी और ग्वालदम की दुकानों का ही आवंटन हो सका है। शराब व्यवसायी धनराज सिंह रावत, जीतेंद्र असवाल, राकेश रावत और तारा दत्त थपलियाल का कहना है कि सरकार की ओर आबकारी नीति में किये गये बदलाव के चलते दुकानों का अधिभार करीब 20 करोड़ बड़ गया है, वहीं नये वर्ष में शराब की बिक्री का लक्ष्य भी बढा दिया गया है। ऐेसे में खपत न होने की सूरत में व्यापारियों को बीते वर्ष भी खासा नुकसान उठाना पड़ा है। जिसके चलते व्यापारी अब दुकानों के लिये आवेदन करने से दूरी बनाये हुए हैं।
जिले में अंग्रेजी शराब की आठ दुकानों के लिये आवेदन प्राप्त न होने से पुनः आवंटन निविदा जारी की गई है। दुकानों का आंवटन निर्धारित दरों पर पहले आओ पहले पाओ की नीति पर किया जाएगा। हालांकि अभी जिले की छह दुकानों का आवंटन कर दिया गया है, वहीं आठ दुकानों का संचालन दैनिक आंवटन प्रक्रिया के आधार पर करवाया जा रहा है।
राजेंद्र लाल, जिला आबकारी अधिकारी, चमोली।