गोपेश्वर (चमोली)। भारत के सीमावर्ती क्षेत्र नीती घाटी में मलारी से सुमना की ओर रविवार को एक बार फिर से ग्लेशियर टूटने की घटना सामने आयी है। ग्लेशियर टूटने से गिरथी नदी का जल स्तर बढ़ गया हैं और सीमावर्ती क्षेत्र को जोड़ने वाला पुल खतरे की जद में आ गया है। हालांकि जिस क्षेत्र में यह पुल है वहां पर आम जन सामान्य का आवागमन नहीं है। इस पुल का उपयोग केवल ग्रेफ और सेना की ओर से किया जाता है।

रविवार को एक बार फिर से नीती घाटी क्षेत्र के मलारी से सुमना की ओर आठ किलोमीटर आगे ग्रेफ केंप से आगे ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली है। जिससे गिरथी नदी का जल स्तर बढ़ गया है। नदी में मलवा और अधिक पानी आने के कारण गिरथी नदी पर बने पुल का एबटमेंट क्षतिग्रस्त हो गया है और नदी का पानी पुल के दोनों छोरो को काट कर बह रहा है। पुल के उपर पत्थर आ गये है।

इधर, सूचना विभाग चमोली की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार  जोशीमठ-मलारी मोटर मार्ग पर स्थान मलारी से सुमना की तरफ लगभग आठ किलोमीटर पर ग्रेफ कैंप से आगे गिरथी गंगा नदी में अत्यधिक पानी और मलबा आने के कारण नदी पर बना गै्रफ के पुल का एबेटमेन्ट क्षतिग्रस्त हो गया है। यह मोटर पुल पर आम जनमानस का आवागमन नहीं था इस पुल का प्रयोग सिर्फ सेना और ग्रैफ की ओर से किया जाता था। यह क्षेत्र आबादी वाला नहीं है।

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