थराली (चमोली)। सहकारिता के माध्यम से आम किसानों को अपनी आजीविका सुधारने व रोजगार से जोड़ने लिए संचालित की जा रही पं. दीनदयाल कृषि कल्याण योजना धरातल पर आकार लेने लगी है। ग्रामीण इस योजना से जुड कर अपनी अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ करने लगे है। चमोलीं जिले के थराली ब्लॉक में ग्रामीणों ने इस योजना से तहत स्वयं सहायता समूह बनाकर योजना से पशु पालन, मत्सय पालन, सब्जी, दुग्घ और फल उत्पादन का कार्य शुरू कर दिय है।
थराली ब्लॉक सूना-अंगतोली निवासी प्रेम चन्द्र देवराडी, नंदाबल्लभ, नरेश और कैलाश चन्द्र ने बीते दिसम्बर माह में घीसंग्राद स्वयं सहायता समूह का गठन किया। जिसके बाद उन्होंने राज्य सरकार की ओर से संचालित पं. दीनदयाल कृषि कल्याण योजना के तहत चमोली जिला सहकारी बैंक की थराली शाखा से चार लाख का ऋण लेकर अपनी लगभग 50 नाली नापभूमि पर सब्जी उत्पादन के साथ ही दुग्घ उत्पादन, मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन का कार्य शुरु किया। जिससे काश्तकार घर बैठे प्रति माह 40 से 50 हजार तक की आय अर्जित कर रहे हैं। प्रेम चन्द्र देवराड़ी का कहना है कि योजना के संचालन के लिये मिली आर्थिक सहायता बहुत उपयोगी साबित हुई है। बताया कि गांव तक सड़क मार्ग न होने से उत्पादित सामग्री को बाजार पहुंचाने में दिक्कतें हो रही हैं। जबकि समूह से जुड़े लोगों को भविष्य में आय बढने के उम्मीद है।
घी संग्राद स्वयं सहायता समूह की ओर से चार लाख का ऋण पंडित दीन दयाल कृषि ऋण योजना के तहत लिया गया है। समूह की ओर से किये जा रहे कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया गया। जहां जमीनी स्तर पर बेहतर कार्य किया जा रहा है। वहीं ऋण की किश्तों का भी समयबद्ध तरीके से भुगतान किया जा रहा है। अन्य लोगों को भी समूह से सीख लेते हुए स्वरोगार से जुड़ना चाहिए।
रेहान असरफ, शाखा प्रबंधक, चमोली जिला सहकारी बैंक थराली।