• स्वतंत्रता दिवस समारोह में जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को विशेष अतिथि के रूप भाग लेने के लिए किया गया आमंत्रित
  • लोगों ने कहा कि नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रमों में भाग लेना जीवन का एक स्वर्णिम अवसर
  • वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के सरपंच,  शिक्षक, नर्स, किसान, मछुआरे, किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), सेंट्रल विस्टा परियोजना, अमृत सरोवर योजना,  जल जीवन मिशन, पीएम किसान सम्मान निधि, कौशल विकास योजना आदि जैसे प्रमुख कार्यक्रमों में काम करने वाले लोग हैं शामिल
  • उत्तराखंड से जल जीवन मिशन, किसान उत्पादक संगठन, अमृत सरोवर योजना, पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थी विशेष अतिथि के तौर पर हैं आमंत्रित
  • ‘हर काम देश के नाम’
  • स्वतंत्रता दिवस समारोह में उत्तराखंड में केंद्रीय योजनाओं के लाभार्थी विशेष अतिथि के रूप में करेंगे शिरकत

देहरादून। उत्तराखंड के विभिन्न केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थी 15 अगस्त, 2023 को दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले में विशेष अतिथि के रूप में स्वतंत्रता दिवस समारोह के साक्षी बनेंगे। जल जीवन मिशन, पीएम किसान सम्मान निधि योजना, अमृत सरोवर योजना, सेंट्रल विस्टा परियोजना आदि जैसे विभिन्न प्रमुख कार्यक्रमों से संबंधित लगभग 1,700 लोगों को प्रतिष्ठित स्मारक की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन को सुनने के लिए आमंत्रित किया गया है। ‘जनभागीदारी’ सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को ‘विशेष अतिथि’ के रूप इस स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। यात्रा के दौरान, विशेष अतिथियों को नई दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक और प्रधानमंत्री संग्रहालय देखने का अवसर मिलेगा।

जिला नैनीताल के ग्राम रणजीतपुर (कोटाबाग) के दिनेश चंद्रा त्रिपाठी  जो 521 किसानों के साथ एक किसान उत्पादक संगठन चलाते हैं,  उन्होंने नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में निमंत्रण मिलने को गर्व की बात कही। पीआईबी देहारदून से बात करते हुए दिनेश ने लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लाइव सुनने के लिए अपनी खुशी और उत्साह व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह उनके और उनकी पत्नी रीनू त्रिपाठी के लिए गर्व का क्षण हैं। श्री त्रिपाठी ने कहा कि उनके एफपीओ बुरांश फार्मर प्रोड्यूस कंपनी लिमिटेड का उद्देश्य प्रधानमंत्री के किसानों की दोगुनी आय के सपने को साकार करना है। उन्होंने बताया कि उनके एफपीओ में किसान मंडवा, झंगोरा, सोयाबीन आदि फसलों का उत्पादन करते हैं। दिनेश ने पीआईबी को यह भी बताया कि उनका एफपीओ केंद्र प्रायोजित योजनाओं पर चलता है जो नाबार्ड द्वारा समर्थित हैं।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के सुदूर इलाके भटवारी के झाला गांव के एक अन्य एफपीओ लाभार्थी भरत सिंह रौतेला ने कहा कि नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह का हिस्सा बनने का निमंत्रण मिलने के बाद उन्हें गर्व महसूस हो रहा है। पीआईबी देहरादून से बात करते हुए श्री रौतेला ने कहा कि इससे पहले उनके एफपीओ उपला टकनौर कृषक उत्पादक संगठन स्वयत्त सहकारिता ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को ‘चटनी’ भेजी थी । उन्होंने बताया कि इसके बाद उनके गांव के ग्राम प्रधान को पीएम का एक पत्र मिला जिसमें उनके एफपीओ की ‘चटनी’ का जिक्र था. भरत सिंह रौतेला अपनी पत्नी सुनीता रौतेला के साथ स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेंगे। किसान उत्पादक संगठनों के पीछे अवधारणा यह है कि किसान, जो कृषि उत्पादों के उत्पादक हैं, समूह बना सकते हैं। एफपीओ की भूमिका सदस्य किसानों के लिए एक एग्रीगेटर के रूप में कार्य करना है, जिसमें इनपुट से लेकर आउटपुट तक शामिल है, जो सदस्य किसानों की अर्थव्यवस्था की शक्ति को बढ़ाएगा।

इसी कड़ी में जल जीवन मिशन (जेजेएम) ने उत्तराखंड का जीवन बदल दिया है। राज्य से इसके लाभार्थियों को अब नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में बुलाया जा रहा है। जेजेएम की लाभार्थी भावना शर्मा खुश हैं और नई दिल्ली में अपने पति मनोज शर्मा के साथ स्वतंत्रता दिवस समारोह का हिस्सा बनने को ले कर गर्व और उत्साहित महसूस कर रही हैं। ग्राम जल स्वच्छता समिति के तहत महिला प्रशिक्षण का नेतृत्व करने वाली भावना का कहना है कि जेजेएम ने विशेष रूप से उनके गांव पिपलधार डाकघर गनाई, जिला अल्मोड़ा की महिलाओं के जीवन को बदल दिया है। उन्होंने पीआईबी को बताया कि 200 से अधिक महिलाओं को उन्होंने जेजेएम प्रशिक्षण दिया है और वह सुरक्षित पेयजल के लिए जागरूकता अभियान भी चलाती हैं।

ग्राम क्यारकुली भट्टा, मसूरी से जेजेएम की एक अन्य लाभार्थी, कौशल्या देवी रावत, जो ग्राम प्रधान भी हैं, अपने पति राकेश रावत के साथ नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेंगी। वह कहती हैं कि लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री को लाइव बोलते देखना जीवन का एक स्वर्णिम अवसर है। उन्होंने यह भी बताया कि इससे पहले भी उन्हें 2021 में जल समितियों के एक संवाद कार्यक्रम के दौरान पीएम के साथ बातचीत करने का अवसर मिला था।

इसी तरह उत्तराखंड के पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थी भी नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह के साक्षी बनेंगे। स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में निमंत्रण पाकर आनंदमणि भट्ट एवं नवीन चंद्र दोनों ग्राम अलचौण डाकघर चांफ़ी, जिला नैनीताल गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। दोनों का कहना है कि पीएम किसान सम्मान निधि ने उनकी खेती-किसानी की कई समस्याओं का समाधान किया है । अमृत सरोवर योजना के लाभार्थी ग्राम इन्द्रपुरी (सहसपुर) जिला देहरादून के गुलाम शब्बीर भी नई दिल्ली के स्वतंत्रता दिवस समारोह में आमंत्रित होकर गौरव महसूस कर रहे हैं। पीआईबी से बात करते हुए शब्बीर ने कहा कि अमृत सरोवर ने उन्हें रोजगार दिया है और वह और उनका परिवार इससे बहुत खुश हैं. उत्तराखण्ड के सीमांत जनपद चमोली के वाइब्रेंट विलेज माणा के प्रधान पीतांबर सिंह मोल्फा को नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में बतौर विशेष अतिथि आमंत्रित किया गया है। आमंत्रण को लेकर उन्होंने खुशी जाहिर की है।

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