गोपेश्वर (चमोली)। चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने सोमवार को जल जीवन मिशन के अन्तर्गत संचालित कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि जल जीवन मिशन के तहत संचालित योजनाओं का योजनाओं को शीघ्र पूर्ण किया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन मिशन एक महत्वाकांक्षी योजना है। उन्होंने निर्देशित किया कि जल जीवन मिशन कार्यो की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुए शत प्रतिशत एफएचटीसी का कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें। सभी कार्यदायी संस्थाएं लक्ष्य निर्धारित करते हुए निर्माण कार्यो में प्रतिदिन प्रगति लाना सुनिश्चित करें। वन क्षेत्रों में स्वीकृत योजनाओं के निर्माण के लिए वन विभाग से समन्वय बनाकर तत्काल कार्य प्रारंभ करें। दूसरे चरण के तहत संचालित निर्माण कार्यो में तेजी लाई जाए। हर घर जल ग्रामों का मिशन मूड में शत प्रतिशत सत्यापन किया जाए। ग्रामीण पम्पिंग, नलकूपों के विद्युत संयोजन की कार्रवाई पूरी करें। साथ ही मुख्य विकास अधिकारी को प्रत्येक सप्ताह जल जीवन मिशन कार्यो की प्रगति समीक्षा करने को कहा। इस दौरान सभी डिवीजनों के अन्तर्गत संचालित कार्यो की गहनता से समीक्षा की गई।
जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार सैनी ने अवगत कराया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत में 77649 घरेलू जल संयोजन के सापेक्ष अभी तक 73220 घरेलू जल संयोजन किए जा चुके है और 94.30 प्रतिशत एफएचटीसी का कार्य पूरा कर लिया गया है। अवशेष 4429 घरेलू संयोजन का कार्य प्रगति पर है। पेयजल योजनाओं के पुर्नगठन एवं जल स्रोतों के सुधारीकरण के लिए 493 स्वीकृत आंगणन में से 492 के टेडर हो चुके है जिसमें से 365 कार्य प्रगति पर तथा 127 कार्य पूर्ण कर लिए गए है तथा एक योजना का टेंडर होना शेष है। जेजेएम के अन्तर्गत आवंटित कुल 3230.53 लाख में से 2778.09 लाख व्यय हो चुका है। बैठक में डीएफओ सर्वेश कुमार दुबे, डीएफओ इन्द्र सिंह नेगी, सीडीओ डॉ. ललित नारायण मिश्र, जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार सैनी, जल निगम के अधीक्षण अभियंता दीपक मलिक, अधीक्षण अभियंता वीके जैन, अधिशासी अभियंता अरूण प्रताप सिंह, सहायक अभियंता अरूण गुप्ता आदि उपस्थित थे।