खुरपका, मुंहपका रोग व लंप्पी बीमारी के लगाये जा रहे टीके
कर्णप्रयाग (चमोली)। चमोली जिले के कर्णप्रयाग ब्लॉक के कपीरी पट्टी के दर्जनो गांवों में पशुपालन विभाग की ओर से वृहद्द टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है। कपीरी पट्टी के नैनीसैण पशुचिकित्सालय की टीम गांवो में पहुंचकर पशुओं को टीकाकरण का कार्य कर रही है।
पशुचिकित्सालय नैनीसैण के पशुचिकात्सा फार्मासिस्ट भगत सिंह चौहान सहित अन्य कर्मी पशुपालको के घर-घर जाकर टीकाकरण कर रहे हैं। गौरतलब है कि 27 फरवरी से 27 मार्च तक पूरे प्रदेश में पशुओं को खुरपका, मुंहपका रोग और लंप्पी बीमारी के टीके लगाये जाने हैं। जिसके तहत पशुचिकित्सालय नैनीसैण की टीम कपीरी पट्टी के कुनेथ गांव पहुंची जहां उन्होने पशुपालको के पशुओ को टीके लगाये। इससे पहले बणसोली, खत्याडी में टीकाकरण किया जा चुका है। फार्मासिस्ट भगत सिंह चौहान ने बताया की राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनएडीसीपी) के अंतर्गत ये टीकाकरण अभियान संचालित हो रहा है, जिसका समग्र उद्देश्य टीकाकरण के माध्यम से 2025 तक एफएमडी का नियंत्रण और 2030 तक इसका उन्मूलन करना है। इसके परिणामस्वरूप दुग्ध उत्पादन में वृद्धि होगी और पशुपालकों की आर्थिकी बढेगी। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम पूरे एक माह तक चलेगा। उन्होने कपीरी पट्टी के सभी पशुपालको से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में अपने पशुओं का टीकाकरण करायें। उन्होने पशुपालको को केसीसी, बीमा, मुख्यमंत्री राज्य पशुधन मिशन योजनाओं की जानकारी देते हुये कहा कि अधिक से अधिक लोगो को पशुपालन के जरिए स्वरोजगार अपनाना चाहिए।