-आपदा प्रभावितों के चक्का जाम से यात्रियों को भी उठानी पड़ी भारी परेशानी

ज्योतिर्मठ (चमोली)। आपदा प्रभावित ज्योतिर्मठ के प्रभावितों ने शुक्रवार को मूल निवासी स्वाभिमान संगठन के बैनर तले अपनी विभिन्न मांगों को लेकर चक्का जाम किया तथा प्रदर्शन स्थल पर प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया गया। ज्

योतिर्मठ के प्रभावितों की ओर से किये गये चक्का जाम और धरना प्रदर्शन से यात्रियों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बाद में प्रशासन की ओर से अपर जिलाधिकारी और उप जिलाधिकारी के मौके पर पहुंचने के बाद उन्हें लिखित आश्वासन दिए जाने के बाद चक्का जाम खोला गया। प्रशासन की ओर से एक माह के भीतर समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाया गया है। ज्योतिर्मठ के आपदा प्रभावितों की ओर से किये गये चक्का जाम से यात्रियों को परेशानियों से न जुझना पड़े इसके लिए प्रशासन की ओर से यात्रा वाहनों को पीपलकोटी और बदरीनाथ से आने वाले यात्रियों को शहर में रोका गया था।

मूल निवास स्वाभिमान संगठन के अध्यक्ष पूर्व धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने कहा कि आपदा के 21  माह गुजर जाने के बाद भी अभी तक सरकार की ओर से आपदा प्रभावितों को राहत देने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। बरसात के इस मौसम में ज्योतिर्मठ के ठीक नीचे भूस्खलन होना शुरू हो गया था जिससे इस नगर को और भी अधिक खतरा पैदा हो गया है। लोग अपने घरों में ही डरे सहमे हुए रह रहे है। उन्होंने कहा कि मूल निवासी लंबे समय से जोशीमठ नगर में सुरक्षा कार्य, पुस्तैनी भवनों का मुआवजा, आपदा प्रभावितों को सहायता समेत अनेक मुद्दों पर सरकार को पत्राचार कर रही है, मुलाकात कर रही है, लेकिन सरकार जोशीमठ को लेकर कोई भी कार्य धरातल पर आज तक नहीं कर पाई है जिसके बाद आज लोग चक्काजाम करने के लिए मजबूर है।

पूर्व सभासद समीर डिमरी का कहना है कि जोशीमठ के लोगों को विस्थान नहीं चाहिए यहां के मूल निवासियों की सबसे पहली मांग है कि जोशीमठ नगर में सुरक्षात्मक कार्य शुरू किए जाए। उन्होंने कहा कि आज प्रशासन की ओर से लिखित आश्वासन दिया गया है कि एक माह में नगर में सुरक्षा के कार्य शुरू किए जाएंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर एक माह के बाद भी सुरक्षा के कार्य जमीन पर नहीं उतरते है तो 25 अक्टूबर के बाद जोशीमठ के मूल, पुस्तैनी निवासी आज से भी दोगुनी संख्या में एकत्रित होकर अनिश्चितकालीन चक्काजाम करने के लिए मजबूर होगी इस अवसर पर व्यापार मंडल अध्यक्ष नैन सिंह भंडारी, टैक्सी यूनियन अध्यक्ष चंडीप्रसाद बहुगुणा, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, भगवती प्रसाद कपरूवाण, समीर डिमरी, प्रकाश नेगी, अमित सती, प्रवेश डिमरी, हरेंद्र राणा, सौरभ राणा, शुभम रावत, देवेश्वरी शाह, आरती उनियाल आदि मौजूद थे।

 

पुतला फूंकने को लेकर आपस में भिड़े भाजपा व कांग्रेस कार्यकर्ता
ज्योतिर्मठ में आपदा प्रभावितों के आंदोलन के दौरान जब प्रभावितों की मांगों पर 21 माह से अधिक समय से कोई ठोस पहल न होने पर आंदोलनकारी धरना स्थल पर मुख्यमंत्री, गढ़वाल सांसद और प्रभारी मंत्री का पुतला दहन को लाये। तो इस बीच प्रभारी मंत्री के स्थान पर बदरीनाथ के विधायक का पुतला बनाये जाने की बात उठी जिस पर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ता आपस में भिड़ते हुए नजर आये।

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