चमोली। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय (चमोली) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत एक दिवसीय नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों, फार्मासिस्ट एवं स्वास्थ्य कर्मियों को संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षण में चमोली जनपद के 09 विकास खंडों के समस्त चिकित्सा अधिकारियों, फार्मासिस्ट एवं स्वास्थ्य कर्मियों ने प्रतिभाग़ किया। कार्यशाला का शुभारंभ करते हुऐ मास्टर रिसोर्स पर्सन डॉ0 रश्मि पुरोहित ने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य राष्ट्रीय सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण को उन सबसे, अच्छे तरीकों में से एक के रूप में जाना जाता है, जिसमें हम आम लोगों बच्चों, शिशुओ और आने वाली पीढियां को संक्रामक रोगों से बचाया जा सकता है, टीकाकरण न केवल बच्चों को टीबी रोग, हेपेटाइटिस बी, पोलियो, डिप्थीरिया, काली खांसी, टिटनेस, खसरा -रूबेला, निमोनिया, डायरिया जैसी घातक बीमारियों से बचाता है। बल्कि इसके माध्यम से खतरनाक बीमारियों को समाप्त कर अन्य बच्चों को भी इन बीमारियों से सुरक्षित रखते है। साथ ही रोकथाम योग्य की बीमारियों के खिलाफ बच्चों और गर्भवती महिलाओं में मृत्यु दर एवं रुग्णता को रोकते हैं, शिशुओं के जीवन और भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए टीकाकरण सबसे प्रभावी एवं कम लागत का तरीका है। प्रत्येक बुधवार को जनपद के समस्त चिकित्सालय्यों, स्वास्थ्य उप केंद्रों में आयोजित किए जाने वाले यह सत्र नियमित टीकाकरण सत्र दिवस के रूप में जाना जाता है तथा प्रत्येक शनिवार को जनपद के विभिन्न ग्राम पंचायत में ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस के माध्यम से टीकाकरण गतिविधियों का संचालन किया जाता है।
कार्यशाला में सहायक जिला टीकाकरण ऑफिसर रचना, जिला कोल्ड चैन मैनेजर महेश देवराड़ी,जिला आई ई सी अधिकारी उदय सिंह रावत, फील्ड सुपरवाइजर विपिन कुमार मालगुडी, चंद्रशेखर मिंगवाल,आस्था तिवारी आदि मौजूद रहे।