गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिला भूकंप और आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में सुमार है। ऐसे में जहां जिले में वर्ष 1999 में 90 वर्षों में रिक्टर स्केल पर 6.6 तीव्रता का भूकंप आया था। जिसे बाद 21 वर्षों बाद शनिवार को 4.2 तीव्रता का भूकंप का सबसे तेज झटका हैं।
बता दें कि वर्ष 1999 में आये 6.6 तीव्रता के भूकंप में जिले में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ था। जिसमें 103 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। जबकि इस दौरान हजारों की संख्या में भवन भी क्षतिग्रस्त हो गये थे। वहीं आपदा परिचालन केंद्र चमोली के अनुसार वर्ष 2008 से वर्तमान तक 35 बार राज्य में आये भूकंप के दौरान चमोली के विभिन्न क्षेत्र भूकंप के केंद्र रहे हैं। 4 सितंबर 2008 में आये भूकंप के बाद जहां वर्ष 2009 में तीन बार, 2011 में 4 बार, 2012 में एक बार, 2013 में दो बार, 2014 में एक बार, 2015 में 7 बार, वर्ष 2016 में 2 बार, 2017 में पांच बार और वर्ष 2019 में 7 बार राज्य में आये भूकंप के केंद्र चमोली जिले के विभिन्न क्षेत्रों में रहे हैं।