पीपलकोटी (चमोली)। चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे पर यात्रा मार्ग के मुख्य पड़ाव पीपलकोटी के विकास के लिये सरकार की ओर नगर पंचायत का दर्जा दिया गया है। लेकिन यहां पंचायत की सुस्त कार्य प्रणाली के चलते नगर पंचायत गठन के चार सालों बाद भी मूलभूत सुविधाओं के विकास कार्यों को गति नहीं मिल सकी है। जिसके चले यहां स्थानीय लोगों को वर्तमान में भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि वर्ष 2017 में तत्कालीन राज्य सरकार की ओर से पीलकोटी के नौरख, अगथला, गडोरा और बाटुला ग्रामीण क्षेत्रों को शामिल कर नगर पंचायत पीपलकोटी का सृजन किया गया। जिसके बाद वर्ष 2018 में हुए निकाय चुनाव में यहां भाजपा प्रत्याशी रमेश लाल बंडवाल ने अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की। ऐसे में राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकार होने के चलते ग्रामीणों में नगर पंचायत के विकास को लेकर आस जग गई थी। बावजूद इसके पंचायत गठन के चार वर्षों बाद भी यहां पंचायत कार्यालय भवन के भूमि चयन की प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो सकी है। जिसक चलते वर्तमान तक यहां नगर पंचायत का संचालन ग्राम पंचायत नौरख की ओर से हस्तांतरित भवन पर किया जा रहा है। ऐसे में पंचायत के अन्य विकास कार्यों का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। स्थानीय ग्रामीण सजेंद्र सिंह, मनोहर प्रसाद और देवेंद्र का कहना है कि नगर पंचायत के ग्रामीण वार्डों में जहां वर्तमान तक पथ प्रकाश की व्यवस्था नहीं की जा सकी है। वहीं नियमित सफाई व्यवस्था के भी कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किये जा सके हैं। वहीं पैदल मार्गों के निर्माण को लेकर भी सुस्त रफ्तार से काम किये जा रहे हैं। ऐसे में अब ग्रामीण नगर पंचायत गठन के बाद स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
क्या कहते है अधिकारी
नगर पंचायत कार्यालय के निर्माण के भूमि चयन प्रक्रिया गतिमान है। वहीं वार्डों में पथ प्रकाश का कार्य करवाया जा रहा है। पंचायत क्षेत्र के बिखरे होने के चलते कार्यों के सम्पादन में दिक्कतें आ रही है। सफाई व्यवस्था को लेकर भी रोस्टर तैयार किया गया है। यदि किसी वार्ड में सफाई व्यवस्था को लेकर दिक्कतें हैं। तो इसे दिखवाया जाएगा तथा तत्काल समस्या का निस्तारण किया जाएगा।
टंकार कौशल, अधिशासी अधिकारी, नगर पंचायत, पीपलकोटी।