गोपेश्वर (चमोली)। उत्तराखंड पर्यटन विभाग चमोली की ओर से आयोजित साहसिक ट्रैकिंग का 26 सदस्यीय दल 120 किलोमीटर की पैदल दूरी तय करते हुए विभिन्न पडावों से होता हुआ नंदीकुंड पहुंचा। इस 26 सदस्यीय दल में पांच युवतियां भी शामिल थी।
पर्यटन विभाग के जर्नादन प्रसाद ने बताया कि पांच दिनों तक चली इस साहसिक यात्रा की शुरूआत 15 अक्टूबर को उर्गम घाटी के देवग्राम से शुरू की गई। जिसके बादयह दल वंशी नारायण, मनपाई बुग्याल, घोडा सांगडा, घिया विनायक, चनणियां घट होते हुए नंदी कुंड पहुंचा। इस दल में पांच बालिकाएं भी शामिल थी। युवाओं ने पूरी यात्रा में स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। उन्होंने बताया कि उर्गम घाटी में पर्यटन साहसिक ट्रैकिंग को बढ़ावा देने बुग्याल का संरक्षण के उद्देश्य के लिए यह यात्रा आयोजित की गयी। साहसिक यात्रा का नेतृत्व नन्दीकुड ट्रैकिंग एण्ड एडवेंचर्स ग्रुप हिमालय देवग्राम उर्गम घाटी के सचिव रघुबीर सिंह नेगी ने किया। नन्दीकुड का सौन्दर्य देखकर युवा काफी उत्साहित दिखे। इस 120 किलोमीटर की यात्रा में ज्योतिर्मठ, कर्णप्रयाग और दशोली विकास खंड के युवा शामिल थे। इस यात्रा में दीपक, कल्याण सिंह, विक्रम, हेमा, संगीता, पूजा, उषा, शिवानी, राजीव, रवि दर्शन, प्रशान्त, अनुज, सागर, तीरथ समेत 26 युवाओं ने प्रतिभाग किया।
भगवती नन्दा का शक्ति पीठ नन्दीकुड दिव्य शक्ति पीठ है। यह स्थान बहुत सुन्दर है। मैंने पहली बार यहां की यात्रा की। इस यात्रा से मैं बहुत खुश हूं।
हेमा मेहरा, योगा छात्रा
मुझे सबसे कम उम्र युवाओं के साथ विपरीत परिस्थितियों में नन्दीकुंड की यात्रा करवाने का अवसर मिला। बहुत कम समय में इन युवाओं ने साहसिक ट्रैकिंग सम्पन की जिसमें बालिकाएं भी शामिल थी। जो सभी आत्म विश्वास, साहस, जोश से लबरेज थे। ऐसी साहसिक यात्राओं से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।
रघुबीर नेगी, सचिव/गाइड नन्दीकुंड ट्रैकिंग एण्ड एडवेंचर्स ग्रुप हिमालय देवग्राम उर्गम घाटी