देहरादून (कुंवर विक्रमादित्य सिंह): कोरोना वायरस का भयावह विस्तार तो हम सब देख ही रहे हैं. इसके ऊपर 31मार्च तक हम सब लोग अपने अपने घरों में सुख शांति का उपाय भी करेंगे. पूजा पाठ इत्यादि करके भी आप परमात्मा की स्तुति करेंगे साथ साथ वैदिक काल के अग्निहोत्र यज्ञ के सरल उपाय का भी प्रयोग करें तो साधना भी हो जायेगी और घर का वातावरण शुद्धिकरण. पुरातन काल में अग्निहोत्र अर्थात हवन ऋषि मुनि और वैदिक समाज पर्यावरण शुद्धि के लिये ही किया करते थे. आज उसका सरल प्रारूप आपके सामने प्रस्तुत है.
हवन सामग्री लाएं और घी के साथ मिक्स करके उसका बढ़िया सा लड्डू तैयार कर लें. उसके बाद उस लड्डू को जला लें जिसमें से हल्का हल्का धूम्र ( औषधीय) उठने लगेगा. यदि आपके घर में पारम्परिक आँगन है तो वहाँ रख लें ( अधिक मात्रा में भी जला सकते हैं) वर्ना उसी लड्डू को लेकर जलते हुए चक्कर लगा लें. सुगंध पूरे घर में अत्यंत सरलता से फैल जायेगी. ऐसे बहुत सारे लड्डू बनाकर रख लें और प्रयोग करें. आपके घर के वातावरण में कोरोना क्या किसी भी प्रकार का जीवाणु होगा वह न्यून हो जाएगा.
यह सूत्र सरलता से किया जा सकता है और बड़े हवन कुंड की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. हवन सामग्री आपको दूकान से भी प्राप्त हो जायेगी या फिर आपके नज़दीकी मंदिर अथवा अन्य धार्मिक स्थल से. घर में देसी घी या घी भी होगा. इस उपाय को घर रहते करें और घर को रोगमुक्त , विषाणुमुक्त एवं औषधीय , सुगन्धित एवं स्वच्छ करें. आप सब घर रहते करेंगे तो एकजुट होकर यह उपाय सम्पूर्ण वातावरण को शुद्ध करेगा. ( सन्दर्भ अथर्ववेद से सीधा लिया गया है)