गोपेश्वर (चमोली)। अनसूया मेले के दौरान सोमवार को खल्ला की अनसूया देवी की डोली के आसन को लेकर विवाद हो गया है। मामले में जहां ग्राम विकास एवं धर्मस्व समिति खल्ला की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर देव डोली को परम्परा के अनुसार आसन न देने की बात कही है। वहीं दूसरी ओर मंदिर समिति की ओर मामले में अभी अपना पक्ष नहीं रखा गया है। मामले में मंदिर समिति का पक्ष जानने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन संपर्क नहीं हो पाया है। ऐसे में मंडल घाटी में मामले को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं।

बता दें कि परम्परा के अनुसार अनसूया देवी मेले में जहां माता अनसूया के गर्भगृह में खल्ला, बणद्वारा, सगर, कठूड़ और देवलधार की देवियों की मौजूदगी में संतान प्राप्ति के लिये अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है। लेकिन इस वर्ष जहां क्षेत्र में कुछ भक्तों की ओर अनुसूया मां की नई डोली का बनाकर देवी का देवरा भ्रमण का आयोजन किया गया। वहीं मेले के दौरान नई देव डोली को खल्ला की देव डोली के आसन पर बैठा दिया गया। जिसको लेकर यहां विवाद होने पर खल्ला, देवलधार और कठूड़ की देवियों ने गर्भगृह में प्रवेश करने के बजाय खुले आसमान के नीचे रात गुजारी और मंगलवार को पूजा-अर्चना के बाद निर्धारित समय से पूर्व अपने मंदिरों को लौट आई हैं। जिससे यहां हुए विवाद को स्थानीय लोग आस्था के साथ छेड़छाड़ मान रहे हैं।

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