पंच केदर शीतकाल के लिये बंद होने की तिथि हुई घोषणा

गोपेश्वर (चमोली)। विजयदशमी के पर्व पर शुक्रवार को परम्परा के अनुसार बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि निर्धारित कर ली गई है। बदरीनाथ मंदिर परिसर में रावल व धर्माधिकारी ने पंचाग गणना के आधार पर 20 नवम्बर की तिथि घोषित की है। वहीं इस दौरान यहां आगामी 2022 के लिये मंदिर की विभिन्न व्यवस्थाओं को निर्धारित हकूकधारियों को दिये जाने की घोषणा की गई।

विजयदशमी के पावन पर्व पर शुक्रवार को भगवान बदरी विशाल की विशेष पूजा- अर्चना की गई। जिसके उपरान्त यहां 11 बजकर 30 मिनट पर मंदिर परिसर में बदरीनाथ के मुख्य पुजारी रावल ईश्वर प्रसाद नम्बूदरी और धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल की अध्यक्षता में पंचांग पूजा कर पंचांग गणना के आधार पर 20 नवम्बर को सायं 6 बजकर 45 मिनट पर मंदिर के कपाट बंद करने का समय निर्धारित किया गया। धर्माधिकारी भुवन उनियाल ने बताया कि इस दौरान हक-हकूकधारियों को आगामी वर्ष के लिये विभिन्न थोकों की बारी सौंपी गई।

देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड ने बताया कि परंपरागत रूप से केदारनाथ धाम और यमुनोत्री  मंदिर के कपाट भैया दूज को छह नवंबर को शीतकाल के लिये बंद किये जायेंगे। जबकि गंगोत्री मंदिर के कपाट गोवर्धन पूजा पर्व पर 5 नवम्बर को परम्परागत तरीके से शीतकाल के लिये बंद किये जाएंगे। वहीं पंच केदारों में द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट 22 नवम्बर, तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट  30 अक्तूबर और चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट 17 अक्तूबर को शीतकाल के लिये बंद कर दिये जाएंगे।

 

 

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