गोपेश्वर (चमोली)। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत दूसरे चरण के कार्यो को स्वीकृत प्रदान करने के लिए जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक संपन्न हुई। कार्यो को शीघ्र पूरा करने के लिए मानक निर्धारित किए गए। ताकि एफएचटीसी कनेक्शन के साथ-साथ स्रोत में पानी बढाने हेतु स्रोत संबर्धन एवं पुरानी योजनाओं के पुनर्गठन की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जा सके।

जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया ने जल निगम व जल संस्थान के अधिकारियों को कार्यो की गुणवत्ता एवं पारदर्शिता का भी विशेष ध्यान रखते हुए कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 15 मार्च को जल जीवन मिशन के दूसरे चरण के तहत संचालित कार्यो की विस्तृत समीक्षा की जाएगी। उन्होंने अधिशासी अभियंताओं को निर्देश दिए कि कार्यो का स्थलीय निरीक्षण भी करे और खुले में पाइप न रखते हुए मानको के अनुसार बिछाया जाए।

जल जीवन मिशन के नोडल अधिकारी अधीक्षण अभियंता जल निगम महेंद्र सिंह ने बताया कि चमोली जनपद में इस वर्ष  43265 एफएचटीसी कनेक्शन दिए जाने का लक्ष्य निर्धारित है जिसके सापेक्ष अभी तक 32061 कनेक्शन दिए जा चुके है। इन सब कार्यो को करने में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत 10.40 करोड़ धनराशि व्यय हुई है। दूसरे चरण में जल स्रोतों के संवर्धन एवं पेयजल स्कीम के लिए प्राकलन तैयार करने का कार्य किया जा रहा है और दूसरे चरण का कार्य भी शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। जल जीवन मिशन के दूसरे चरण के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पर 55 एलपीसीडी से कम पानी उपलब्ध है वहां पर पानी को बढाने के लिए जलस्रोतों का सबंर्धन किया जाना है और जिन गांवों में पेयजल स्कीम नही है वहां पर पेयजल लाइन बिछायी जाएगी। बैठक में जिला जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्य मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, सीटीओ डा. तंजीम अली, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता मुकेश परमार, जल निगम के अधीक्षण अभियंता महेन्द्र सिंह, जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता सुनील शैनी आदि मौजूद थे।

 

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