गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले की नगर पालिका गोपेश्वर की नाली का अधूरा निर्माण गंगोलगांव वार्ड की अनुसूचित जाति बस्ती के दस परिवारों के लिये आफत का सबब बन गई है। यहां नगर पालिका की ओर से बस्ती के आवासीय भवनों के पिछले हिस्से में पालिका की ओर से नाली निर्माण कार्य को आधा-अधूरा छोड़ दिया गया है। जिससे अब बारिश होने पर नाली का पानी ग्रामीणों के आवासीय भवनों में घुस रहा है। स्थानीय ग्रामीणों ने मामले में पालिका प्रशासन से शीघ्र नाली का निर्माण पूर्ण कर समस्या के समाधान की मांग उठाई है।
स्थानीय निवासी दर्शन लाल ओर शरद लाल का कहना है पालिका की ओर से वार्ड में निर्माणाधीन नाली का निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है। ऐसे में अब इन दिनों हो रही बारिश के चलते नाली का पान सीधे आवासीय भवनों में घुसने से यहां निवास कर रहे दस परिवारों के लोगों का खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही है। मामले में इस स्थान पर नाली निर्माण के विरोध के बावजूद पालिका प्रशासन की ओर से जबरन नाली निर्माण कार्य शुरु किया गया। जिसके बाद अब कार्य को आधा-अधूरा छोड़ा गया है। ऐसे में यहां बड़ी दुर्घटना की संभावना बनी हुई है। इधर, नगर पालिका गोपेश्वर के अधिशासी अभियंता अनिल पंत ने बताया कि कोविड कफ्र्यू के चलते मजदूरों की कमी के चलते निर्माण कार्य बाधित हो गया था। अब ठेकेदार को प्राथमिकता के आधार पर आवासीय भवनों में पानी घुसने की समस्या का निस्तारण कर नाली का निर्माण पूर्ण करने के आदेश दे दिये गये हैं। जल्द ही स्थानीय लोगों की समस्या का स्थाई समाधान कर लिया जाएगा।