जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले की नीति घाटी के तपोवन क्षेत्र में रविवार सुबह लगभग 10 बजे के आसपास ग्लेशियर टूटने से त्रषिगंगा नदी पर बाढ आ गई। जिसमे त्रषिगंगा पावर प्रोजेक्ट तथा तपोवन पावर प्रोजेक्ट बह जाने से जानमाल सहित तपोवन क्षेत्र मे परिसंपत्तियों को भारी नुकसान हुआ है।
बताया जा रहा है कि जब यह बाढ आई उस समय ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट मे 33 लोग काम कर रहे थे। जबकि तपोवन पावर प्रोजेक्ट में 178 वर्कर है जिसमे से पांच पहले ही भाग गए थे। खबर लिखे जाने तक 25 लोगो को सही सलामत रेस्कयू किया गया है। जिसमे 12 तपोवन से और 13 रैणी से रेस्कयू हुए है जबकि अभी तक आठ डेडबॉडी भी रिकवर हुई है। रेस्कयू आपरेशन जारी है। वही लगभग 154 लोग लापता बताए जा रहे है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिह रावत ने रैणी और तपोवन मे आपदा प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने टनल मे फसे लोगों को बचाने के लिए रेस्कयू आपरेशन मे तेजी लाने को कहा। वही रैणी मे आपदा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए कहा कि हमारी कोशिश रहेगी जो लोग सडक संपर्क टूटने से फंस गए है उन तक जल्द से जल्द मदद पहुंचायी जाएगी। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हर जरूरत की पूर्ति करने की पूरी व्यवस्था हमारे पास है। हमारे पास रेस्क्यू टीम, मेडिकल, हेलीकाॅप्टर, एक्सपर्ट पर्याप्त मात्रा में है। सरकार का पूरा ध्यान जिनका जीवन बचा सकते हैं, उनकी ओर है। इस दौरान जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया, एसपी यशवंत सिंह चैहान भी मौके पर मौजूद थे। देर सांय डीजीपी अशोक कुमार ने भी आपदा प्रभावित क्षेत्र तपोवन का निरीक्षण किया।
यहां पाकलैंड मशीन, एक्सावेटर व जेसीबी मशीन लगाकर टनल से मलवा हटाने का काम जारी है। वही जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने संपर्क मार्ग टूटने के कारण फंसे लोगो तक शीघ्र रसद एवं जरूरी सामना पहुंचाने के लिए व्यवस्था करा दी है। जिला प्रशासन द्वारा मौके पर सभी जरूरी व्यवस्थाओ के साथ फूड पैकेट, पानी आदि पूरी व्ववस्था की गई है। जिला प्रशासन की पूरी टीम मौके पर मौजूद है।