प्रशासनिक भवन के छत पर चढ़कर छात्र ने पिया पेट्रोल, प्रशासन के फूले हाथ पांव

गोपेश्वर (चमोली)। गोपेश्वर महाविद्यालय में मांगों को लेकर एनएसयूआई और एबीवीपी छात्रों ने मंगलवार को दिनभर जमकर हंगामा किया। जहां एक ओर एनएसयूआई छात्र ने आमरण अनशन पर बैठे छात्र नेता को पुलिस की ओर से जबरन उठाए जाने का विरोध कर प्रदर्शन किया, तो वहीं एबीवीपी के छात्रों ने हाथों में पेट्रोल की बोतल लेकर महाविद्यालय के प्रशासनिक भवन की छत पर चढ़कर जमकर हंगामा कर प्रदर्शन किया। जिससे प्रशासन और पुलिस के हाथ पांव फूल गए। पुलिस और प्रशासन की कड़ी मशक्कत के बाद बाद देर सांय को छात्रों से वार्ता कर छत से उतारा गया। इस दौरान छत पर चढ़े एक छात्र ने पेट्रोल पी लिया जिसे पुलिस की ओर सये आनन फानन में जिला चिकित्सालय लाकर भर्ती कराया गया है।

गौरतलब है कि महाविद्यालय गोपेश्वर में नौ सूत्रीय मांगों को लेकर एनएसयूआई छात्रों का मंगलवार को आठवें दिन भी आमरण अनशन जारी रहा। इस दौरान चिकित्सकों की ओर से छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जिसमें उनके स्वास्थ्य में काफी गिरावट को देखते हुए पुलिस ने आमरण अनशनकारी छात्रों को उठाने का प्रयास किया जिस पर अन्य साथी छात्रों ने इसका विरोध किया। जिस पर पुलिस और छात्रों के बीच काफी नोंक झोंक भी हुई। और छात्र पुलिस की जीप के सामने बैठकर प्रशासन और पुलिस के विरोध में नारेबाजी करने लगे। हालांकि बाद में पुलिस की ओर से किसी तरह छात्रों को शांत कर आमरण अनशन पर बैठे छात्र अंशुल भंडारी को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, वहीं मंगलवार को एक ओर छात्र नेता नीरज नेगी आमरण अनशन पर बैठ गया है।

 

 

दूसरी ओर एबीवीपी छात्रों का पांच सूत्रीय मांगो को लेकर महाविद्यालय परिसर में ही 15 दिनों से क्रमिक अनशन चल रहा है। इस दौरान एबीवीपी छात्रों ने पहले प्राचार्य कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी कर मांगों के शीघ्र निराकरण की मांग की, वहीं इस दौरान एबीवीपी के चार छात्र अजय भंडारी, दीपक बिष्ट, नेहा रावत, आयुष गौड़ हाथों में पैट्रोल की बोतल लेकर महाविद्यालय की छत पर चढ़ गए जिससे पुलिस और प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। छत पर चढ़े छात्रों को मनाने के लिए पुलिस उपाधीक्षक नताशा सिंह और तहसीलदार धीरज सिंह राणा मौके पर पहुंचे। लेकिन इसी बीच एक छात्र दीपक बिष्ट ने पैट्रोल पी लिया जिससे उसकी हालत बिगड़ने लगी जिससे पुलिस ने आनन-फानन में जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया।  तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तहसीलदार धीरज सिंह राणा व पुलिस उपाधीक्षक यातायात सुश्री नताशा सिंह की ओर से छात्रों को आश्वासन दिया कि दो दिन के भीतर उनकी मांगों को लेकर उपरी स्तर पर निराकरण के लिए वार्ता की जाएगी जिस पर छात्र मान गये। छात्र नेता प्रतीक भट्ट, आयुष, धीरज, रोहित, पवन, अमृता का कहना है कि बुधवार को वे अपनी मांगों को लेकर जिलाधिकारी से मिलेंगे। उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती है।

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