- सीडीओ ने किया कृषि महोत्सव का शुभांरभ
- पर्यटक एवं श्रद्वालु को अब होटलों में भी मिलेगा स्थानीय मिलेट व्यंजनों का स्वाद होटल से भी कर सकेगे मिलेट उत्पादों की खरीद
गोपेश्वर (चमोली)। अन्तरराष्ट्रीय मिलेट मिशन-2023 के अन्तर्गत मिलेट उत्पादों को बढावा देने के लिए सोमवार को कृषि महोत्सव (खरीफ) का आगाज हो गया है। कृषि महोत्सव के तहत 25 अप्रैल से तीन मई तक सभी न्याय पंचायतों में गोष्ठियों के माध्यम से कृषकों को मिलेट मिशन के बारे में जानकारी दी जाएगी। मुख्य विकास अधिकारी डा.ललित नारायण मिश्र ने जिला पंचायत परिसर गोपेश्वर से कृषि रथों को रवाना करते हुए कृषि महोत्सव का शुभारंभ किया।
जिला पंचायत सभागार में आयोजित कृषि महोत्सव के उद्घाटन समारोह में कृषकों एवं होटल व्यवसायियों के साथ गोष्ठी का आयोजन भी किया गया। जिसमें कृषकों को मिलेट फसलों की खेती, उनके गुण, पोषक तत्वों के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही होटल व्यवसायियों को चारधाम यात्रा के दौरान आने वाले श्रद्वालुओं एवं पर्यटकों को स्थानीय मिलेट उत्पादों का विपणन एवं होटल मेन्यू में मिलेट व्यंजनों को शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस दौरान होटल व्यवसायियों एवं कृषकों के सुझाव भी लिए गए।
मुख्य विकास अधिकारी ने स्थानीय उत्पादों को बढावा देते हुए एक ब्रांड के रूप में विख्यात करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले पर्यटकों एवं श्रद्वालुओं को स्थानीय मिलेट व्यंजनों को परोसते हुए मिलेट के पौष्टिक गुणों की जानकारी देकर इसका विपणन भी करें। इससे पर्यटकों को यहां के व्यंजनों का स्वाद और हमारे कृषकों को इसका लाभ मिलेगा।
मुख्य कृषि अधिकारी वीपी मौर्य ने मिलेट उत्पादों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मिलेट उत्पादों में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइट्रेट खनिज, विटामिन, एवं विशेष पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी है। उन्होंने कहा कि कृषि महोत्सव के तहत जनपद में पांच कृषि रथों को न्याय पंचायतों के लिए रवाना किया गया है। इसमें उद्यान, कृषि, पशुपालन, रेशम, मत्स्य, ग्राम्य विकास, दुग्ध एवं डेरी, ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना (रीप), सिचाई एवं लघु सिचाई आदि विभागों के अधिकारी भी प्रतिभाग करेंगे। निर्धारित रोस्टर के अनुसार प्रत्येक न्याय पंचायत में गोष्ठियों का आयोजन कर कृषकों को मिलेट उत्पादों, सरकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी के साथ ही कृषकों की समस्याओं का समाधान भी किया जाएगा। इस अवसर पर परियोजना निदेशक आनंद सिंह, जिला विकास अधिकारी डा.महेश कुमार, मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, प्रभारी सहायक निदेशक मत्स्य जगदंबा सहित स्वयं सहायता समूह की महिलाए, कृषक एवं होटल व्यवसायी मौजूद थे।