देवाल (चमोली)। चमोली जिले के देवाल विकास खंड के अनुसूचित जाति बाहुल्य गांव ऐराठा के लिए स्वीकृत आठ किलोमीटर मोटर सड़क की डिजीटल फाइल लोनिवि थराली और वन आईटीजी देहरादून के बीच घूम रही है। फाइल पर पांच आपत्तियों लगा कर पुनः लोनिवि थराली वापस भेजी गई है। आपत्तियों को ठीक कर फिर से देहरादून भेजी जाएगी। ग्रामीणों ने अभी तक सड़क की फाइल डिजीटल नहीं होने से नाराजी जाहिर की है। ऐराठा गांव के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेज कर रोड के लिए आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
गांव के सामाजिक कार्यकर्ता राजेन्द्र कुमार और पूर्व प्रधान मदन राम ने बताया कि राज्य योजना के अन्तर्गत विधानसभा थराली के विकास खंड देवाल अनुसूचित जाति बाहुल्य गांव मराठा के लिए वर्ष 2021 में पदमला-कजेर-ऐराठा मोटर मार्ग स्वीकृत हुआ है। रोड निर्माण के लिए प्रथम चरण 88.36 लाख मिला है, रोड का सर्वे हो चुकी है। इसके अलावा कोई काम नहीं हुआ है। स्वीकृति के साढ़े तीन साल गुजरने के बाद सड़क की फाइल डिजीटल नही हो पाई है। सड़क की डिजीटल फाइल को तैयार कर लोनिवि थराली ने वन आईटीजी भेजा। वहां से पांच आपत्तियों लग कर फाइल लोनिवि थराली को वापस किया गया है।
ग्रामीण गणेश राम, कुंवर राम ने कहा कि गांव जाने का पैदल रास्ता भी चलने लायक नहीं है। गांव के लिए सड़क स्वीकृत हुए साढे तीन साल बितने के बाद भी मोटर सड़क गांव वालों के लिए एक सपना बना है। उन्होंने शीध्र सड़क का टेंडर करने की मांग उठाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।
मजदूर त्यौहार पर घर गए है। मजदूरों के आने के बाद सड़क पर पिलर बनाए जाएंगे, रोड की डिटीजल फाइल वापस आई। उसमें लगी आपत्तियों को ठीक भेजा जा रहा है। विभाग में अभी नए जेई आए हैं। इस लिए फाइल डिजीटल नही हो पाई है। जल्द ही इसे पूरा किया जाएगा।
दिनेश मोहन गुप्ता, अधिशासी अभियंता, लोनिवि, थराली।