गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर के महाविद्यालय में वर्षा जल संरक्षण की अनिवार्यता विषय पर दो दिवसीय सेमीनार का आयोजन किया गया। सेमीनार में वर्षा जल संरक्षण विषय पर आयोजित पोस्टर तथा भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें पोस्टर प्रतियोगिता में अक्षिता तथा भाषण में सिमरन और पूनम (संयुक्त) प्रथम स्थान पर रहे।

शुक्रवार को सेमिनार के द्वितीय दिवस पर मुख्य वक्ता जड़ी बूटी शोध संस्थान मंडल के वैज्ञानिक डॉ. सीपी कुनियाल  ने छात्र- छात्राओं को वर्षा जल संरक्षण की विभिन्न विधियों के विषय में बताया। विशिष्ट वक्ता डॉ हर्षी खंडूड़ी और डॉ मनीष मिश्रा ने अपने व्याख्यानों द्वारा छात्र-छात्राओं को धरातलीय  जल तथा भूगर्भ जल भंडार के भंडार के संकट के समाधान पर तथा वर्षा के जल को विकल्प के रूप में इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम अध्यक्ष प्राचार्य  प्रो. केएस नेगी ने कहा कि वर्षा जल संचयन पानी की बढ़ती कमी को दूर करने पर मददगार साबित हो सकता है। इस मौके पर आयोजित प्रतियोगिता के प्रतिभागियो को पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम में डॉ. दिगपाल कंडारी, डॉ. संध्या गैरोला, डॉ. रूपेश कुमार, सहसंयोजक डॉ. प्रियंका उनियाल, डॉ. एसपी उनियाल, डॉ. अभय कुमार, डॉ. वंदना लौहनी, डॉ. राजकुमार कश्यप, डॉ. रविशंकर कुनियाल, डॉ. भावना मेहरा आदि मौजूद थे।

 

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