गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के तपोवन क्षेत्र में हिमस्खलन से आयी बाढ़ के बाद आय दिन ऋषिगंगा का जल स्तर घटता-बढ़ता जा रहा है। जिससे धौलीगंगा समेत इससे जुड़ने वाली नदियों का जलस्तर घटता-बढ़ता जा रहा है। जिसे देखते हुए जिला प्रशासन चमोली अलर्ट जारी करते हुए सूर्यास्त के बाद नदी किनारे न जाने की हिदायत दी है।
बता दें कि सात फरवरी को रैणी क्षेत्र में हिमस्लखन के कारण ऋषिगंगा में बाढ़ आ गई थी। जिससे ऋषिगंगा जल विद्युत परियोजना के साथ ही तपोवन स्थित एनटीपीसी की जल विद्युत परियोजना पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। इस घटना में 204 लोग लापता हो गये जिसमें से रेस्क्यू अभियान के दौरान 38 लोगों के शव बरामद हो चुके है। अभी भी तपोवन में टनल के अंदर 30 से 40 लोगों के फंसे होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। जिसके लिए पिछले छह दिनों से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। अभी भी ऋषिगंगा में बार-बार नदी का जलस्तर बढ़ता व घटता जा रहा है। जिसे देखते हुए चमोली जिला प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी करते हुए सूर्यास्त के बाद नदी किनारे न जाने की हिदायत लोगों को दी गई है।