गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के माणा घिंघराण इंटर कालेज के छात्रों ने विद्यालय को जाने वाले मार्ग पर दीवार दिए जाने का आरोप लगाते हुए सोमवार को प्रदर्शन कर मार्ग को खुलवाने की मांग प्रशासन से की है, वहीं जिस व्यक्ति ने विद्यालय को जाने वाले मार्ग पर दीवार दी है उनका कहना है कि वह उनकी अपनी निजी भूमि है और बरसात का पानी उनके घरों में घूस रहा है। अपने भवन की सुरक्षा के लिए दीवार का निर्माण किया गया है।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही बालिका सुहानी बिष्ट का कहना है कि वर्ष 1988 में राजकीय इंटर कालेज माणा घिंघराण की स्थापना हुई है तब से विद्यालय को आने जाने वाला मार्ग यही है। तीस साल से उपर का समय गुजर गया है इससे पहले किसी ने भी विद्यालय को जाने वाले मार्ग अपनी भूमि होने का दावा नहीं किया गया लेकिन वर्तमान समय में जब इस विद्यालय को अटल आदर्श विद्यालय बनने की प्रक्रिया शुरू हुई है कतिपय लोग अब इस विद्यालय के रास्ते को अपना बता कर उस पर अतिक्रमण करने में लग गये है। ताकि यह विद्यालय अटल आदर्श विद्यालय न बन सके। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि विद्यालय को आने वाले रास्ते का अतिक्रमण हटाया जाए ताकि विद्यालय को आने जाने वाले वाहनों को किसी प्रकार की दिक्कत न आये और छात्रों को भी व्यवधान न हो।
इधर जिन गोविंद सिंह रौतेला पर अतिक्रमण किये जाने का आरोप लगाया जा रहा है। उनका कहना है वर्ष 1988 से पूर्व जब विद्यालय भवन का निर्माण किया जा रहा था उस समय विद्यालय को सामान ले जाने के लिए ट्रक को आने-जाने के लिए ठेकेदार के अनुरोध पर रास्ता दिया गया था लेकिन लबें समय तक बाहर नौकरी करने के बाद जब अपने गांव लौटा तो उन्हें जो रास्ता दिया उस पर दीवार लगा दी है। वह भी इसलिए की उनके भवन को बरसात के पानी के खतरा उत्पन्न हो रहा है। उसके बचाव के लिए दीवार दी गई है। यदि विद्यालय प्रशासन बरसाती पानी की निकासी की व्यवस्था करता है तो वह फिर से उस दीवार को हटा देंगे।
वहीं विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य आरएस फरस्वाण का कहना है कि यदि विद्यालय को आने वाले रास्ते की जमीन गोविंद सिंह रौतेला की है तो इस मार्ग को दो बार विधायक निधि से बनाया गया है। उस पर क्यों आपत्ति दर्ज नहीं की गई। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्होंने जिलाधिकारी, एसडीएम, सेक्टर मजिस्टेट समेत अपने विभागीय उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा है लेकिन कोई कार्रवाई अमल में वर्तमान तक नहीं लायी गई है।