गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के प्रभारी मंत्री कैबिनेट डा. धन सिंह रावत की अध्यक्षता में गुरूववार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला योजना समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में समिति की ओर से जिला योजना वर्ष 2024-25 के लिए जनपद के कुल परिव्यय 7428 लाख का विभागवार परिव्यय निर्धारण और कार्ययोजना का अनुमोदन किया गया। इस दौरान समिति के सदस्यों की ओर से रखे गए सुझाव पर परिचर्चा भी की गई। प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिला योजना के अन्तर्गत प्रस्तावित विकास कार्यो को गुणवत्ता के साथ पूरा कराना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जन प्रतिनिधियों के सुझाव एवं जन हित को ध्यान में रखते हुए अति आवश्यक योजनाओं की प्राथमिकता निर्धारित करते हुए जिला योजना में समावेश किया जाए। उन्होंने जन प्रतिनिधियों, समिति के सदस्यों एवं अधिकारियों से कहा कि जिले को विकास पथ पर आगे ले जाने के लिए एकजुट होकर कार्य किए जाए। प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जिला योजना में इस बार 10 फीसदी बजट भी बढ़ाया है। जनपद में जिला योजना में विभागों की पुरानी देनदारी सबसे कम होने पर उन्होंने जिला प्रशासन को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इससे अधिक से अधिक नई योजनाओं को जिला योजना में शामिल करने का अवसर मिलेगा।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि बदरीनाथ धाम में 50 बेड का अस्पताल भवन बनकर तैयार हो गया है। जोशीमठ में उप जिला चिकित्सालय बनाने के लिए भूमि चिह्नित करने का काम चल रहा है। विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। जनपद को 486 बेसिक शिक्षक दिए जाएंगे। प्रमुख विषयों में 103 सहायक अध्यापक दिए जा रहे है। अभी 1500 एलटी टीचर की नियुक्ति के लिए परीक्षा हो रही है। इसके अलावा छह सौ प्रधानाचार्य की नियुक्ति भी की जा रही है। जिससे विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पद भरे जाएंगे। उन्होंने कहा कि बेसिक स्कूलों में जहां पर बरसात में छत टपक रही है उनकी मरम्मत भी कराई जाएगी। उन्होंने लोनिवि, पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बरसात के कारण अवरूद्व सड़कों को शीघ्र खोला जाए। कहा कि इसके लिए पर्याप्त बजट दिया गया है। इस दौरान उन्होंने जन प्रतिनिधियों के सुझाव भी सुने। जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी विनय जोशी ने बताया कि जिला योजना वर्ष 2024-25 के लिए 7428 लाख का परिव्यय निर्धारित किया गया है, जिसमें 2223.38 लाख चालू, बचनबद्व एवं मानदेय के लिए और 1114.20 लाख का परिव्यय स्वरोजगार के लिए निर्धारित है। अवशेष 4090.42 लाख धनराशि से नई योजनाओं पर व्यय की जानी है।
जिला योजना के अन्तर्गत विभागवार परिव्यय एवं कार्ययोजना की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि जिला योजना वर्ष 2024-25 के लिए लोक निर्माण विभाग को 625 लाख, पूल्ड आवास के लिए 210 लाख, पेयजल निगम को दो सौ लाख, पेयजल संस्थान को 485 लाख, वन विभाग को 115 लाख, उरेडा 172 लाख, लघु सिंचाई 305 लाख, राजकीय सिंचाई 610 लाख, एलोपैथिक 365 लाख, आयुर्वेद 113, होम्योपैथिक पांच लाख, सामुदायिक विकास एक सौ लाख, प्रारम्भिक शिक्षा 455 लाख, माध्यमिक शिक्षा 466 लाख, प्राविधिक शिक्षा 20 लाख, कृषि 414.66 लाख, उद्यान 471.22 लाख, पशुपालन 230 लाख, मत्स्य 117 लाख, दुग्ध विकास 65 लाख, सहकारिता 221 लाख, ग्रामीण लघु उद्योग 26 लाख, प्रादेशिक विकास दल 477.36 लाख, खेलकूद 226.36 लाख, पर्यटन 510 लाख, बाल विकास 130 लाख, संस्कृति 35 लाख, पंचायत राज 78 लाख, सूचना 30 लाख, अर्थ एवं संख्या 30 लाख, सेवायोजन तीन लाख, अनुसूचित जाति कल्याण 27 लाख समाज कल्याण 17 लाख का परिव्यय आवंटित किया गया है। जिला योजना समिति की बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष/उपाध्यक्ष जिला योजना समिति रजनी भंडारी, बदरीनाथ विधायक लखपत सिंह बुटोला, थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, भाजपा जिला अध्यक्ष रमेश मैखुरी, जिला योजना समिति के सचिव/जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, संयुक्त सचिव/मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, उप सचिव विनय जोशी, जिला योजना समिति के सदस्य अवतार सिंह, धनपा देवी, पूजा देवी, भागीरथी देवी, मंजू देवी, ममता देवी, लक्ष्मी, कृष्णा सिंह, संजय सिंह आदि मौजूद थे।