गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में गुरूवार को भारत की कम्युनिष्ट पाटी मार्क्सवादी (सीपीएम) की एक बैठक संपन्न हुई। जिसमें निकाय चुनाव को लेकर चर्चा की गई। बैठक में पार्टी की ओर से चमोली जिले की जनता से अपील है कि वह स्थानीय निकाय चुनाव में पार्टी और वाममोर्चे समर्थित उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करने साम्प्रदायिक, विभाजनकारी, कोरपेरेटपरस्त, जनविरोधी भाजपा को हराने के लिऐ  एकजुट होकर आगे आने की अपील की गई।

जिला मुख्यालय गोपेश्वर में आयोजित बैठक की अध्यक्षता मोहन सिंह रावत ने की। बैठक में पार्टी के जिला सचिव मदन मिश्रा ने कहा कि भाजपा की सरकार लगातार जनविरोधी लाकर जनता को परेशान करने में लगी है। लगातार बिजली के दामों में बढ़ोतरी के बाद अब सरकार विद्युत अधिनियम 2022 को लागू करने के लिए आमादा है। उन्होंने कहा कि  भाजपा सरकार स्मार्ट मीटर लगाकर जनता से बेतहाशा विद्युत मूल्य वसूल करना चाहती है, जिसका भारी असर लोगों की जेब पर पड़ेगा और कई लोग बिजली के उपयोग से ही वंचित हो जाएंगे। सरकार के इस निर्णय का पार्टी लगातार विरोध करते आई है। उन्होंने कहा कि पार्टी पूर्व से ही मांग करते आई है कि राज्य के अंदर हर परिवार को दो सौ यूनिट बिजली निशुल्क दी जाए।

बैठक में पूर्व जिला सचिव भूपाल सिंह रावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार की आनुषांगिक संगठनों की ओर से कुछ चुनिंदा अपराधी घटनाओं की आड़ में  विभाजनकारी नारा देकर हमारे जिले और राज्य के कई अन्य जनपदों मे उपद्रव की स्थिती पैदा कर यहां के शांत वातावण को अशांत करने का काम किया। स्थानीय निकायों को ठेकेदारी एवं भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है, पहले ही स्थानीय निकायों में इनकी ओर से किया गया करोड़ों-करोड़ रुपये का घोटाला सबके सामने आ चुका है। राज्य के अंदर नगर निगमों में सफाई व्यवस्था को ठेके पर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निकायों को पर्याप्त बजट नहीं दिया जा रहा है। नगर निकाय कूड़ा निस्तारण के लिए भी जनता से टैक्स वसूलना प्रारंभ कर चुके हैं। जिसे न केवल कूड़ा बल्कि जल-मल निकासी की स्थितियां भी और गंभीर हो जाएगी।

पार्टी नेता बस्ती लाल ने कहा कि भारी जल मूल्य और ऊपर से हाल ही में बढ़ाए गए भवन करो ने जनता के ऊपर भारी बोझ लाद दिया है जिसे लोगों में नाराजगी स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि भाजपा न केवल स्थानीय निकायों बल्कि सभी सरकारी संस्थाओं का अपने निहित स्वार्थों के लिऐ दुरूपयोग कर रही है। वर्तमान में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री की ओर से ट्रिपल इंजन सरकार का नारा देकर स्थानीय निकायों में काबिज होने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री गली गली घूमकर चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे हैं तथा राज्य निर्वाचन आयोग चुपचाप है। जबकि हमारी पार्टी एवं संयुक्त विपक्ष ने राज्य स्तर पर राज्य चुनाव आयुक्त से पहले भी कई बार इसकी शिकायत की है। बावजूद इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। बैठक में पार्टी राज्य मंत्री परिषद के सदस्य भूपालसिंह, मोहन सिंह रावत,क बस्ती लाल, राजेंद्र सिंह नेगी, मदन मिश्रा, ज्ञानेंद्र खंतवाल आदि ने विचार व्यक्त किया।

 

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