बदरीनाथ (चमोली)। सोमवार से पितृपक्ष के शुरु हो गया है और बदरीनाथ धाम की यात्रा सुचारु होने के बाद अब धाम के ब्रहम कपाल में श्रद्धालु पितृ मोक्ष के लिये तर्पण देने पहुंचने लगे हैं। जिसके चलते धाम सहित ब्रहम कपाल तीर्थ में लम्बे समय के बाद चहल-पहल देखने को मिल रही है, वहीं यात्रा के सुचारु होने के बाद तीर्थ पुरोहितों ने भी राहत की सांस ली है।
हिन्दू मान्यता के अनुसार बदरीनाथ के ब्रहम कपाल तीर्थ में पितृपक्ष में पिंडदान का विशेष महातम्य है। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते दो वर्ष से कम संख्या में ही धाम में श्रद्धालुओं के पहुंचने के चलते ब्रहम कपाल में बीते वर्षों की अपेक्षा सीमित संख्या में ही तीर्थयात्री पहुंचे। लेकिन इस बार कोरोना गाइड लाइनों के साथ सराकर की ओर से प्रतिदिन एक हजार तीर्थयात्रियों को बदरीनाथ धाम जाने की अनुमति दी जा रही है। ऐसे में अच्छी संख्या में श्रद्धालु धाम पहुंचकर पितृ तर्पण कर रहे हैं। जिससे अब बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा में इजाफा होने की आस बंध रही है। नगर पंचायत बदरीनाथ के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित ने बताया कि सरकार की ओर से जारी निर्देशों के पालन में धाम में जहां दर्शन प्रक्रिया संचालित की जा रही है। वहीं ब्रहम कपाल में पिंडदान व तर्पण आदि पूजाएं करवाई जा रही हैं। कहा कि धाम पहुंच रहे लोगों कोविड 19 की रोकथाम के लिये निर्धारित नियमों का पालन करने की अपील भी की जा रही है, वहीं ब्रहमकपाल तीर्थ पुरोहित संगठन के अध्यक्ष उमानंद सती ने कहा कि यात्रा संचालन होने से तीर्थपुरोहितों के साथ ही व्यवसायियों को राहत मिली है। उन्होंने कहा कि संगठन की ओर से कोरोना गाइड लाइन पालन करवाया जा रहा है।