जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले के बदरीनाथ और नीती घाटी दूरस्थ गांवों के सड़क मार्ग पर जमंे ग्लेशियरों को हटाकर सड़क खोलने के लिए बीआरओ और उनकी मशीन जुटी हुई है। जबकि बीआरओ की ओर माणा और नीती घाटी की सीमा क्षेत्रों की सड़कों पर पसरे ग्लेश्यिरों को हटाकर सीमा सड़कों को सुचारु करने का कार्य किया जा रहा है।
बता दें कि बीते दिनों जिले में हुई बर्फवारी के बाद भारत-तिब्बत सीमा क्षेत्र को यातायात से जोड़ने वाला मलारी हाईवे भापकुंड, काली मंदिर सहित कई स्थानों पर ग्लेशियर जमने से बाधित पड़ा था। जिसके बाद यहां बीआरओ की ओर से यहां सड़क पर आये ग्लेशियरों को काटकर मलारी गांव तक सड़क पर वाहनों की आवाजाही सुचारु कर दी है। वहीं बदरीनाथ हाईवे पर घोड़सिल, रडांग और कंचनगंगा सहित अन्य स्थानों पर 15 से 30 मीटर ऊंचे ग्लेशियर जमने से बाधित था। यहां भी बीआरओ की ओर से सड़क पर ग्लेशियरों के गलियारे बनाकर वाहनों की आवाजाही सुचारु कर दी गई है। जबकि बीआरओ की ओर से बदरीनाथ हाईवे पर बदरीनाथ से आगे माणा गांव तथा नीति घाटी में मलारी से आगे सड़क सुचारु करने का कार्य किया जा रहा है। बीआरओ के कमांडर कर्नल मनीष कपिल का कहना है कि बदरीनाथ हाईवे को बदरीनाथ धाम से आगे तथा नीति हाईवे को मलारी से आगे तक सुचारु कर लिया गया है। वहीं सीमा क्षेत्र की सड़कों से लगातार बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है। जल्द ही सीमा क्षेत्रों तक वाहनों की आवाजाही सुचारु करवाई जाएगी।