गोपेश्वर (चमोली)। चारधाम होटल एसोसिएशन के जिला समन्वयक अतुल शाह ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेशों के बाद शुरू हुई चारधाम यात्रा को एक सप्ताह हो गया है, किंतु यात्रा में कोई विशेष उत्साह नजर नहीं आ रहा है। उनका कहना है कि चारधाम यात्रा पर आने के लिए इतने प्रतिबंध लगाये गये है कि श्रद्धालु उत्साहित की जगह हतोत्साहित हो रहा है।
गुरूवार को एक बयान जारी करते हुए एसोसिएशन के जिला समन्वयक ने कहा कि ऑनलाइन पंजीकरण में तो अक्तूबर महीने की तारीखों की एडवांस बुकिंग हो चुकी है, लेकिन धामों में तीर्थयात्रियों की संख्या बेहद कम नजर आ रही है। उनका कहना है कि जो व्यवसायी चारधाम यात्रा खुलने से इस उम्मीद में थे कि उनका रोजगार चल पडेगा उन्हें फिलहाल निराशा ही हाथ लगी है। उन्होंने कहा कि यात्रा को ऐसे समय में शुरू किया गया जब यात्रा के सिमटने का समय होता है। व्यवसायियों ने अपने व्यवसाय को चलाने के लिए बैंकों से ऋण लिया हुआ है। अब उसे चुकाना भी भारी पड़ रहा है। अब जब यात्रा शुरू भी हुई है तो जिन प्रतिबन्धों के साथ हुई है, उसमे औपचारिकताएं बहुत हैं। जगह-जगह चैकिंग होने से लोग परेशान हो रहें हैं इसलिए लोग रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी चार धामों में नहीं आ रहें है, जिसके कारण यात्रा करने की चाह रखने वाले लोग हतोत्साहित हो रहे हैं। उन्होंने यात्रा शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री, पर्यटन मंत्री का आभार भी प्रकट किया। सरकार ने न्यायालय में यात्रा से जुड़े लोगों का पक्ष रखा वो स्वागतयोग्य है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार की ओर से तीर्थयात्रियों को कुछ रियायत और दी जाती तो इससे पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों का फायदा होगा। सरकार को इस दिशा में गंभीरता से सोचना होगा। क्योंकि चारधाम यात्रा से लाखों लोगों का रोजगार जुडा हुआ है।