गोपेश्वर (चमोली)। लोनिवि की ओर से चमोली जिला मुख्यालय पर निर्माणाधीन गोपेश्वर-सिरोखोमा-बैरागना सड़क पर जल निकासी की व्यवस्था न होने से नगर के बंज्यांणी तोक में भूस्खलन का खतरा पैदा हो गया है। यहां सड़क के साथ नाली और स्कपरों की सुव्यवस्थित व्यवस्था न होने से यहां बारिश का पानी अनियंत्रित तरीके से सड़क पर बह रहा है। जिससे यहां भूस्खलन सक्रिय होने का खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने लोनिवि के अधिकारियों से यहां शीघ्र जल निकासी की व्यवस्था करने की मांग उठाई है।
बता दें कि लोनिवि की ओर इन दिनों गोपेश्वर-सिरोखोमा-बैरागना 7 किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है। निर्माण कार्य में जहां विभाग की ओर से जहां हिल कटिंग और स्कपर निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वहीं सड़क पर अभी नालियों का निर्माण न करने से बारिश के दौरान पानी सड़क पर बह रहा है। जिससे यहां पहाड़ी पर भूस्खलन की स्थिति पैदा हो रही है। स्थानीय निवासी महेंद्र सिंह, सतेश्वर प्रसाद और दिगपाल का कहना है कि बारिश के दौरान सड़क पर बह रहे पानी से सड़क में बड़े-बड़े गढड़े हो गये हैं। जिससे यहां पैदल आवाजाही में भी दिक्कतें हो रही हैं। वहीं विभाग की ओर से यहां नाली निर्माण को लेकर वर्तमान तक कोई कार्रवाई नहीं की गइ है।
गोपेश्वर-सिरोखोमा-बैरागना सड़क के निर्माण के लिये आवंटित धनराशि से हिल कटिंग और स्कपर निर्माण किया गया है। सड़क पर नाली निर्माण के लिये बजट का प्रावधान नहीं किया गया है। यदि आवश्यकता होती है तो सड़क का स्थलीय निरीक्षण कर नाली निर्माण का प्रस्ताव तैयार कर शासन से बजट की मांग की जाएगी।
शरद टम्टा, सहायक अभियंता, लोनिवि, गोपेश्वर-चमोली।
