-पर्यावरणविद् चंडी प्रसाद भट्ट ने युवाओं को प्रकृति से जुड़ने का दिया सन्देश
गोपेश्वर/पोखरी (चमोली)। परंपरागत लोक पर्व हरेला चमोली जिले में पर्यावरण संरक्षण के संकल्प के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विभिन्न स्थानों पर पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किए गए। पर्यावरणविद् चंडी प्रसाद भट्ट ने पौधरोपण कर युवाओं को प्रकृति से जुड़ने का संदेश दिया।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने हरेला पर्व के उपलक्ष में गोपेश्वर-घिघराण मोटर मार्ग पर नए बस अड्डे के पास पौधरोपण करते हुए कहा कि हरेला केवल एक पर्व नहीं, बल्कि प्रकृति से जुड़ाव और पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है। यह पर्व हमें हरित क्षेत्र को बढ़ाने और जलवायु संतुलन बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है।
पर्यावरणविद् श्री चंडी प्रसाद भट्ट ने कहा कि युवा, महिलाएं और छात्र पर्यावरण संरक्षण के सबसे बड़े सहयोगी बनकर सामने आ रहे हैं। उनके प्रयासों से पर्यावरण को मजबूती मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि आमजन को यह समझाना होगा कि जंगल में आग लगने से सबसे पहला नुकसान स्वयं जनता को ही होता है, इसलिए सभी को मिलकर वनों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी लेनी होगी।
कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई और यह संकल्प लिया गया कि आने वाली पीढ़ियों को हरित एवं स्वच्छ उत्तराखंड सौंपने के लिए हर नागरिक अपनी भूमिका निभाएगा। पौधरोपण कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष संदीप रावत, वन संरक्षक नंदादेवी नेशनल पार्क पंकज कुमार, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, डीएफओ केदारनाथ तरुण एस, डीएफओ बदरीनाथ सर्वेश दुबे, अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश, महिला मंगल दल सहित अन्य अधिकारी एवं स्थानीय लोग मौजूद रहे।
पोखरी। हरेला पर्व पर बुधवार को केदारनाथ वन प्रभाग नागनाथ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी नवल किशोर नेगी और अलकनंदा वन प्रभाग रेंज पोखरी वन क्षेत्राधिकारी बैंजी लाल शाह और नगर पंचायत अध्यक्ष सोहनलाल की मौजूदगी में नागनाथ विशाल, विनगढ में संतरा, बांज, देवदार,आम, अमरूद सहित विभिन्न प्रजातियों के फलदार और छायादार पौधों का रोपण किया गया।
नगर पंचायत अध्यक्ष सोहनलाल ने कहा हरेला पर्व पर नगरवासी पौध रोपण करें। पेड़ हमारी संपदा है यह मानव जीवन की आजीविका का महत्वपूर्ण संसाधन है। भविष्य की पीढ़ी को शुद्ध वातावरण देने के लिए सबको पौधरोपण करना है। इस मौके पर वन क्षेत्राधिकारी नवल किशोर, वन क्षेत्राधिकारी पोखरी रेंज बैंजी लाल आदि मौजूद थे।
