- यशवंत राणा
पोखरी (चमोली)। कोरोना के चलते डाक्टर भी लोगों को सलाह दे रहे है कि खाने में सब्जियों व फलों का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करें ताकि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े और लोगों का कोरोना संक्रमण से बचाव हो सके। लेकिन बाजार में सब्जियों व फलों के दाम आसमान छू रहे है जिससे गरीब की थाली से सब्जी तो गायब ही हो गई है। आसमान छूते दामों के कारण फल भी आदमी के पहुंच से बाहर हो रहे है।
त्योहारी सीजन के चलते बाजार में सब्जी और फलों के दाम में भारी उछाल देखा जा रहा है। आजकल बाजार में सेब 200रुपये किलों से अधिक में बिक रहा है। वहीं केला 60रू. दर्जन हो गया है। सब्जियों में आलू 70, प्याज 80, टमाटर 60, गोभी 50, शिमला मिर्च 120, भिंडी 160, वीन्स 120 रुपये प्रतिकिलों के हिसाब से बिक रहा है। ऐसे में आम आदमी सब्जी खाने से भी बच रहा है। खाद्य तेल सौ से 120 रुपया पहुंच गया है। त्योहार के इस सीजन में आम आदमी त्योहार भी कैसे मनाये समझ से परे होता जा रहा है।
भाकपा स्टेट काउंसिल नरेंद्र रावत, पोखरी की ब्लाॅक प्रमुख प्रीति भंडारी, कुंवर सिंह चैधरी, मातवर नेगी सहित तमाम लोगों का कहना है कि मंहगाई इस कदर बढ़ गई है कि गरीब आदमी त्योहार बनाने की सोच भी नहीं सकता है। वैसे ही कोरोना काल में लोगों का रोजगार छिन गया है उपर से मंहगाई ने से इस कदर त्रस्त कर दिया है कि उसके सामने दो जून की रोटी का संकट भी पैदा होने लगा है। वहीं सब्जी व फल विक्रेताओं का कहना है कि मंडी से ही माल बढ़े हुए दाम पर आ रहा है ऐसे में वे खुद भी चिंतित है कि उनका माल कैसे खपत हो। वैसे भी सब्जी व फलों को ज्यादा दिन तक रखा नहीं जा सकता है। ऐसे में उनके सामने भी संकट पैदा हो गया है कि त्योहार को देखते हुए माल तो मंगवा दिया लेकिन दामों में आयी उछाल के कारण ग्राहक माल लेने से कतरा रहे है।