गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के लोक निर्माण विभाग की कार्य की गुणवत्ता कितनी बेहतरीन है उसकी एक बानगी देखनी हो तो गोपेश्वर जिला मुख्यालय के निकट गोपेश्वर-घघंराण मोटर मार्ग पर देखी जा सकती है। इस मोटर मार्ग पर डामरीकरण हुए एक सप्ताह भी नहीं हुआ है और डामर उखडने लगा है। और सड़क पर फिर से गढ्ढे बनने शुरू हो गये है। विभाग की इसी कार्यप्रणाली को लेकर कुछ दिनों पूर्व घिंघराण की एक बालिका ने डामरीकरण का विडियो भी वायरल किया था। जिसमें बालिका सड़क पर पडे़ डामरीकरण को हाथ से ही उखाड रही थी जिसके बाद विभाग ने घिंघराण साइड में दुबारा से सड़क पर डामरीकरण किया था, लेकिन इसके बाद भी विभाग ने अपनी कार्य शैली नहीं बदली और उसी तर्ज पर इसी सड़क पर फिर से मुख्यालय की ओर डामरीकरण किया गया और नतीजा यह है कि यहां पर भी डामरीकरण उखड़ने लगा है।
एक सप्ताह पूर्व गोपेश्वर-घिंघराण मोटर मार्ग पर गोपेश्वर से घिंघराण की ओर सड़क के सुधारीकरण के नाम पर लाखों रूपये खर्च कर डामरी करण किया गया। लेकिन एक सप्ताह के भीतर ही सड़क से डामर उखडने लगा है। फायर स्टेशन से लेकर नये बस अड्डे तक कई स्थानों पर सड़क पर कई स्थानों पर गढ्ढे बन गये है। वाहनों चलने के साथ ही डामर भी हवा में उड़ रहा है। एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष संदीप नेगी का कहना है कि विभाग डामरीकरण में घटिया सामग्री का प्रयोग जनता से लिए गये टैक्स के पैसों को बर्वाद कर रही है। उनका आरोप है कि लोनिवि के लिए सड़के कामधेनू गाय बनी हुई है। बार-बार डामरीकरण करने के नाम पर लाखों रुपया खर्च किया जा रहा है और सड़क के हाल जस के तस बने हुए है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि विभाग के इस कार्यशैली की जांच की जानी चाहिए और जनता के पैसों को बर्वाद करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
क्या कहते है अधिकारी
गोपेश्वर-घिंघराण मोटर मार्ग पर पांच स्थानों को चिह्नित किया गया है। जहां पर डामर के उखडने का अनदेशा पहले से ही बना हुआ था। यहां पर भारी वाहनों के चालने के कारण डामर उखड़ रहा है। विभाग ने जिलाधिकारी से अनुमति मांगी है कि इन पांच स्थानों पर डामरीकरण करने के उपरांत भारी वाहनों की आवाजाही पर कम से कम पांच घंटों के लिए रोक लगायी जाए ताकि डामर पूरी तरह से मजबूती पकड़ सके। अनुमति मिलने के बाद इन स्थानों पर फिर से डामरीकरण किया जाएगा।
शिवम मित्तल, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग चमोली।